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Farmers Protest: 11 मार्च को फिर जयपुर कूच की तैयारी में किसान, रामपाल जाट बोले- कुछ गलत हुआ तो 45 हजार गांव करेंगे बंद

Farmers Protest: किसान नेता रामपाल जाट ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP पर खरीद की गारंटी के कानून के आंदोलन के लिए 11 मार्च को किसानों के 500 से अधिक ट्रैक्टर जयपुर पहुंचेंगे. उन्होंने सरकार को आगाह किया है कि अगर राजस्थान में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद का कानून मुख्यमंत्री नहीं बनाते है तों किसानों का दिल्ली कूच होगा.

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Farmers Protest: 11 मार्च को फिर जयपुर कूच की तैयारी में किसान, रामपाल जाट बोले- कुछ गलत हुआ तो 45 हजार गांव करेंगे बंद
टोंक में कृषि बाजार समिति में बैठक करते किसान नेता.

Farmers Protest: न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) सहित अन्य मांगों पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. दिल्ली सीमा पर पंजाब सहित कई राज्यों के किसानों ने बीते दिनों बड़ा आंदोलन छेड़ा था. इस बीच राजस्थान में भी किसानों ने आंदोलन की राह पकड़ी थी. 21 फरवरी को राजस्थान के किसान जयपुर कूच कर रहे थे. लेकिन उनके नेता रामपाल जाट सहित अन्य बड़े नेताओं को बीच रास्ते से ही गिरफ्तार कर लिया गया था. अब राजस्थान के किसानों ने फिर से जयपुर कूच की तैयारी की है. शनिवार को टोंक में किसान नेता रामपाल जाट ने एनडीटीवी से विशेष बातचीत करते हुए कहा कि 11 मार्च को राजस्थान के किसान जयपुर कूच करेंगे. उन्होंने बताया कि हमने सरकार और प्रसाशन को पहले ही पत्र लिखकर जयपुर में 3 स्थान उपलब्ध करवाने के लिए सूचित कर दिया है. 

11 मार्च को फिर जयपुर कूच करेंगे किसान

दरअसल राजस्थान के किसान एक बार फिर अजमेर से जयपुर कूच करने की तैयारी में है. राजस्थान की डबल इंजन की सरकार के सामने न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित मांगों के लिए किसान फिर से आंदोलन करने वाले हैं. शनिवार को किसान नेता रामपाल जाट ने बतााय कि 11 मार्च की तारीख कूच के लिए तय की गई है. इसी को लेकर टोंक में किसान नेताओं के साथ कृषि मंडी में एक बैठक हुई. जिसमें पहुंचे रामपाल जाट से टोंक में NDTV ने खास बात की.

टोंक कृषि उपज मंडी समिति में किसान नेता रामपाल जाट ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP पर खरीद की गारंटी के कानून के आंदोलन के लिए 11 मार्च को किसानों के 500 से अधिक ट्रैक्टर जयपुर पहुंचेंगे. उन्होंने सरकार को आगाह किया है कि अगर राजस्थान में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद का कानून मुख्यमंत्री नहीं बनाते है तों किसानों का दिल्ली कूच होगा.

जयपुर पुलिस कमिश्नर को भेजा पत्र

रामपाल जाट ने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए टैक्टर, ट्राली रैली के लिए जयपुर में स्थान उपलब्ध कराने के लिए पुलिस कमिश्नर जयपुर को पत्र प्रेषित किया गया है. वह इससे पहले टोंक से जयपुर कुच आंदोलन के दौरान आंदोलन वाले दिन किसान नेता रामपाल जाट को पुलिस ने अजमेर जिले में गिरफ्तार किया था. जिसके बाद किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट एवं उनकी टीम आगामी आन्दोलन के लिए प्रदेश भर में तैयारियों में जुटी है. 

किसान नेता रामपाल जाट ने एनडीटीवी से विशेष बातचीत की है.

किसान नेता रामपाल जाट ने एनडीटीवी से विशेष बातचीत की है.

किसान नेता जाट ने राजस्थान में राज्यव्यापी 11 दिवसीय जागरण अभियान की घोषणा करने के बाद अराई पहुंच कर किसानों के साथ बैठक आयोजित की. उसके बाद शनिवार को टोंक में किसानों की बैठक हुई, जिसमें किसानों द्वारा दिल्ली सीमा पर चल रहे एमएसपी गारंटी कानून के आन्दोलन में भाग लेने के लिए चर्चा की गई. 

21 फरवरी को जयपुर कूच के दौरान गिरफ्तार कर लिए गए थे किसान नेता

मालूम हो कि 21 फरवरी को टोंक जिले से 106 ट्रैक्टरों के द्वारा जयपुर कूच किया गया था, जिन्हें पुलिस थाना बरोनी के क्षेत्र में रोकने पर पड़ाव डाला गया. जो रात के 12:30 बजे तक चला था. किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट एवं अजमेर जिले के महामंत्री रामेश्वर कटसूरा की गिरफ्तारी के कारण 21 फरवरी को अजमेर जिले से ट्रैक्टर कूच नहीं हो सका था. अब किसानों का जयपुर कूच 11 मार्च सोमवार को अजमेर जिले से आरंभ होगा. जिसमें अजमेर, दूदू एवं जयपुर जिले के किसान ट्रैक्टर से जयपुर पहुंचेंगे. 

आंदोलन को दबाने की कोशिश हुई तो करेंगे गांव बंदी का आवाहान

इसके लिए पुलिस कमिश्नर जयपुर को स्थान उपलब्ध कराने के लिए युवा प्रदेश महामंत्री पिंटू यादव एडवोकेट द्वारा आवेदन प्रेषित किया गया है. बैठक में राजस्थान के किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य के कानून हेतु आर-पार की लड़ाई की घोषणा की हुई है. रामपाल जाट ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि आंदोलन को दबाने या कुचलने का तानाशाही ढंग से प्रयास किया तो राजस्थान के 45,000 गांव को बंद करने का आवाहन किया जाएगा. गांव बंदी के दौरान किसान अपने गांव में ही रहेंगे. आपातकालीन स्थिति को छोड़कर कोई यात्रा नहीं करेगा. जिनको अनाज, दूध एवं  सब्जी जैसे सामान चाहिए तो उन्हें गांव में आकर ले जाने होंगे. 

2018 से सरकार की आलमारी में बंद है एमएसपी प्रारूप

रामपाल जाट ने कहा कि राजस्थान कृषि उपज मंडी 1961 एवं राजस्थान कृषि उपज मंडी 1963 में संशोधन के द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दामो में क्रय-विक्रय को रोकने के लिए मंडियों में नीलामी बोली न्यूनतम समर्थन मूल्य से आरम्भ कर किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की प्राप्ति की सुनिश्चित्ता के लिए राजस्थान राज्य कानून बना सकता है. इसी के लिए भारत सरकार द्वारा 17 सालों के विचार के उपरांत आदर्श कृषि उपज एवं पशु धन विपणन (सुविधा एवं सवर्धन) अधिनियम 2017 का प्रारूप तैयार कर वर्ष 2018 में सभी राज्यों को प्रेषित कर दिया था. उसी के आधार पर  राजस्थान में वर्ष 2018 में विधेयक का प्रारूप तैयार हो गया था जो सरकार की आलमारी में बंद है.

टोंक में किसान नेता रामपाल जाट की बैठक में लोकसभा प्रभारी भरतराज मीना, युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौधरी, ईसरदा डूब क्षेत्र अध्यक्ष जमनालाल माली, उपाध्यक्ष सीताराम खादवाल,प्रचार-प्रसार मंत्री राधेश्याम गोहरपुरा, भगवान, रामलाल डारडा हिन्द, प्रहलाद कीर रायपुरा, बद्री पटेल, हरिराम सहित बड़ी संख्या में स्थानीय किसान मौजूद रहे. 

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