Rajasthan News: डीडवाना जिले के नावां शहर में एक व्यक्ति के ब्लाइंड मर्डर के मामले का पुलिस ने एक महीने बाद खुलासा कर दिया. इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने युवक की हत्या कर शव को सुनसान जगह पर फेंक दिया था और खुद राजास के जंगलों में जाकर छिप गए थे. पुलिस को आरोपियों को पकड़ने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी और राजास के जंगलों में रातें बितानी पड़ी. लेकिन अब इस मामले में पुलिस जांच के दौरान चौंकाने वाली बात सामने आई है. मृतक अपनी ही दत्तक बेटी को अपनी हवस का शिकार बनाता था.
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि गत 26 सितंबर को जाब्दी नगर के जंगलों में पांचूराम नामक एक व्यक्ति की लाश मिली थी. इस मामले में मृतक के परिजनों ने पांचूराम के ससुराल वालों और उसकी पत्नी पर शक जताया था, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की.
हालांकि इस मामले में आरोपी अज्ञात थे और हत्याकांड का भी कोई सुराग नहीं था. इस पर ब्लाइंड मर्डर होने से पुलिस ने स्पेशल टीम का गठन किया और जिले के अनेक स्थानों के सीसीटीवी फुटेज का जायजा लिया. साथ ही 50 से ज्यादा संदिग्ध लोगों से पूछताछ की. इसके अलावा पुलिस टीमों ने जंगलों में घूम कर चरवाहों, नमक मजदूरों और खानाबदोश लोगों से जानकारी प्राप्त की.
आरोपियों के खानाबदोश होने और जंगलों में रहने के कारण उन्हें गिरफ्तार करने का काम चुनौतीपूर्ण था, लेकिन पुलिस टीमों ने कई दिन जंगल में गुजारकर और पैदल घूमकर आरोपी बोदूराम और भंवर को गिरफ्तार कर लिया.
अपनी ही दत्तक पुत्री के साथ गलत संबंध
पुलिस की जांच में सामने आया है कि मृतक पांचूराम के अपनी ही दत्तक पुत्री के साथ गलत संबंध थे. साथ ही वह अपनी पत्नी के साथ भी मारपीट करता था. इस वजह से पीड़ित लड़की का दादा बोदूराम मृतक पांचूराम से परेशान था. घटना के दिन मृतक पांचूराम शराब के नशे में धुत होकर बोदूराम के घर आया था.
इसी दौरान दोनों के बीच विवाद हो गया और इस झगड़े में बोदूराम और भंवर ने मिलकर पंचूराम की कमीज से गला घोटकर हत्या कर दी और लाश को जंगलों में फेंक दिया था.
ये भी पढ़ें- उपचुनाव से पहले बागियों की वापसी को लेकर कांग्रेस में रार, कार्यकर्ताओं ने लक्ष्मण रेखा खींचकर दी चेतावनी