वन विभाग ने धौलपुर अभ्यारण की अधिसूचना जारी कर दी है. इसके लिए वन विभाग ने जिले के पांच वन क्षेत्रों के 204 किलोमीटर लंबे स्थल का चयन किया है. इसके परिसीमन का पत्र जारी कर दिया गया है. धौलपुर की इस सेंचुरी के साथ ही प्रदेश में कुल की 27 वाइल्ड लाइफ सेंचुरी हो गई है. वन विभाग ने इस अभ्यारण्य के लिए कुल पांच वन क्षेत्रों की 204.11 किलोमीटर भूमि को शामिल किया हुआ है.
वन विभाग की विशेष अधिकारी मोनाली सेन ने इसकी अधिसूचना जारी की है. पांच वन क्षेत्रों की 204.11 किलोमीटर भूमि अभयारण्य क्षेत्र में शामिल की गई है. इसमें धौलपुर के झिरी रक्षित वन, मदनपुर, सोने का गुर्जा, झिरी और शाहपुर अवर्गीकृत क्षेत्र शामिल है. इन क्षेत्रों और राष्ट्रीय घड़ियाल अभयारण्य के बीच पड़ने वाले राजस्व क्षेत्र को अधिग्रहण और स्वैच्छिक विस्थापन होने तक अभयारण्य में सम्मिलित नहीं माना जाएगा.
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने 22 अगस्त को राजस्थान के करौली और धौलपुर में देश के 54वें बाघ अभयारण्य की स्थापना के लिए मंजूरी दी है. यह मुकुंदरा हिल्स, रणथंभौर, सरिस्का और रामगढ़ विषधारी की श्रेणी में शामिल होकर राज्य का पांचवां बाघ अभयारण्य होगा.
धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व को मिला कर अब राजस्थान में कुछ 5 टाइगर रिज़र्व हो गए है.
- 1. रणथंभौर टाइगर रिजर्व, सवाई माधोपुर
- 2. सरिस्का टाइगर रिजर्व, अलवर
- 3. मुकुंदरा हिल टाइगर रिजर्व, कोटा
- 4. रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व, बूंदी
- 5. धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व
जानिए NTCA क्या है-
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (National Tiger conservation authority) एनटीसीए का गठन वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत किया गया है. NTCA के अध्यक्ष भारत के पर्यावरण मंत्री होते हैं.और पर्यावरण राज्यमंत्री इसके उपाध्यक्ष होते हैं.आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कैलाश सांखला को टाइगर मैन ऑफ इंडिया कहा जाता है.
जानिए भारत में कितने बाघ
साल 2018 और 2022 के बीच भारत में बाघों की आबादी में 24 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. अब देश में कुल 3,682 बाघ हैं.
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