Rajasthan News: राजस्थान में सोने का भंडार मिलने की सूचना से सभी में खुशी की लहर है. लेकिन वहां के स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश नजर आ रहा है. स्थानीय लोगों को डर है कि जिस मिट्टी में रहकर उन्होंने कई कठिनाईयां झेलने के बावजूद भी उसे नहीं छोड़ा. हालांकि सोने के खादान मिलने के बाद ग्रामीणों को उनके घर खाली करने का डर सताने लगा है. लोगों को उनका घर छोड़ने का डर इतना है कि उन्होंने धरना प्रदर्शन कर दिया. जनजाति जिले बांसवाड़ा के घाटोल क्षेत्र में मिले सोने के भंडार के बाद राज्य सरकार द्वारा इसके खनन के लिए टेंडर प्रक्रिया को शुरू किया जा रहा है. इससे खनन क्षेत्र के आस पास में रहने वाले ग्रामीणों ने विस्थापित होने की आशंका को देखते हुए, इसका विरोध शुरू कर दिया है. सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष जिला कलेक्टर के पास पहुंचे और ज्ञापन देकर इस प्रक्रिया को रोकने की मांग की है.
ग्रामीणों ने जताया विरोध
जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि इससे वायु प्रदूषण होगा हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि यह पंचायत राज के अधिकारों का हनन है. सरकार बिना ग्राम पंचायत की अनुमति के यहां किसी भी तरह का खनन पट्टा नहीं दे सकती. खनन के लिए जमीन का अधिग्रहण करने से आस पास के दस गांवों के सैंकड़ों लोगों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ेगा.
अधिकारियों कोई नुकसान न होने की कही बात
वहीं अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए अधिक जमीन की आवश्यकता नहीं होगी. साथ ही कोई भी परिवार प्रभावित नहीं होगा, जिससे उनको किसी तरह की आशंकित होने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि इस खनन से न केवल जिले का विकास होगा बल्कि पूरे प्रदेश को विकास की गति में मिलने से लाभ होगा. साथ ही यहां पर इससे जुड़े कई उद्योग धंधे भी शुरू होंगे. जिससे हजारों लोगों को रोजगार प्राप्त होगा.
इसी महीने शुरू होगी खनन प्रक्रिया
उल्लेखनीय है कि बांसवाड़ा जिले के जगपुरा और गांव के आसपास सोने के भंडार मिले हैं. जिसके खनन के लिए राज्य सरकार द्वारा ई टेंडर की प्रक्रिया इसी महीने शुरू होने जा रही है. यह राजस्थान की एक मात्र सोने की खान है, जिसके खनन से सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व प्राप्त होगा.
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