विज्ञापन

घर के सारे मर्द जेल में, हथकड़ी बंधे हाथों से पिता को दी मुखाग्नि; चर्चा में भरतपुर का जघीना हत्याकांड 

अब कुलदीप हत्याकांड के आरोप में कृपाल जघीना के घर के सभी पुरूष सदस्य जेल मे सजा काट रहे हैं. इस हत्याकांड एक बार फिर तब चर्चा में आया जब मृतक कृपाल जघीना के पिता रामभरोसी सोगरवाल का 22 नवंबर को बीमारी के कारण निधन हो गया था.

घर के सारे मर्द जेल में, हथकड़ी बंधे हाथों से पिता को दी मुखाग्नि; चर्चा में भरतपुर का जघीना हत्याकांड 

Bharartpur News: राजस्थान का जघीना हत्याकांड एक बार फिर चर्चा में है. कुलदीप और कृपाल जघीना हत्याकांड राजस्थान में काफी चर्चा में रहा था. दो एक ही गांव के परिवार जमीनी विवाद के चलते एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए थे. जघीना गांव के रहने वाले कुलदीप जघीना ने कृपाल जघीना की हत्या कर दी थी. उसके बाद कृपाल के परिजनों ने कुलदीप की दिनदहाड़े हत्या कर दी थी.

अब कुलदीप हत्याकांड के आरोप में कृपाल जघीना के घर के सभी पुरूष सदस्य जेल मे सजा काट रहे हैं. इस हत्याकांड एक बार फिर तब चर्चा में आया जब मृतक कृपाल जघीना के पिता रामभरोसी सोगरवाल का 22 नवंबर को बीमारी के कारण निधन हो गया था. घर के सभी पुरूष सदस्यों के जेल मे बंद होने के कारण कृपाल जघीना के पिता का शव 5 दिन से आरबीएम अस्पताल की मॉर्च्युरी मे रखा हुआ था.

अदालत ने थी पैरोल 

कृपाल की बेटी ने भरतपुर कलेक्टर और अजमेर जेल अधीक्षक के पास पिता को मुखाग्नि देने के लिए एप्लीकेशन लगाई थी. लेकिन उनकी एप्लीकेशन को रिजेक्ट कर दिया गया था. जिसपर सोमवार को वह पुनः कोर्ट मे एप्लीकेशन दी गई. वैर कोर्ट द्वारा अर्जी स्वीकार करते हुए कृपाल के भाई रविन्द्र को दाह संस्कार के लिए पैरोल दे दी गई है. मगंलवार के दिन कृपाल के पिता के शव का अंतिम संस्कार हो सका. इस दौरान गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा.

क्या था जघीना हत्याकांड ? 

दरअसल शहर की काली बगीची स्थित खादी कॉलोनी में एक जमीन को लेकर कुलदीप और कृपाल जघीना में विवाद शुरू हुआ था. जानकारी के मुताबिक यह जमीन 25 करोड़ रुपए की थी. जिसे कुलदीप जघीना ने मात्र चार करोड़ रुपए में खरीद लिया था और जमीन का एग्रीमेंट भी हो गया था. लेकिन इसी बीच शेरा पहलवान ने कृपाल जघीना को इस जमीन के बारे में बताया तो कृपाल जघीना ने एक किसान के साथ मिलकर इस जमीन पर कोर्ट का स्टे ले लिया .जिसके कारण कुलदीप जघीना इस जमीन पर कोई कार्य नहीं करा सकता था.इसके चलते उसे काफी परेशानी होने लगी.

कृपाल के सभी पुरुष सदस्य जेल में 

जिसके चलते दोनों में विवाद बढ़ने लगा. इसी के चलते कुलदीप जघीना ने अपनी गैंग के साथ मिलकर 4 सितंबर 2022 को सर्कुलर रोड पर कृपाल जघीना को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था. कृपाल जघीना की मौत का बदला लेने के लिए कृपाल जघीना के परिजनों ने 12 जुलाई, 2023 को रोडवेज बस से कोर्ट में पेशी पर लाते समय कुलदीप जघीना को आमोली टोल प्लाजा पर गोली से भूनकर हत्या कर दी थी. कुलदीप की हत्या के आरोप में कृपाल के भाई रविन्द्र सिंह और सत्यवीर सिंह सहित भतीजा पंकज और बेटा आदित्य अजमेर जेल में बंद हैं. 

मृतक के बेटे रविंद्र को अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से सुबह 11 बजे पैरोल पर बाहर निकला पुलिस वाहन में जघीना में उसके घर पर लाया गया. इस दौरान पुलिस ने उसको चारों तरफ से घेरे रखा.तब जाकर कृपाल जघीना के पिता के शव 5 दिन बाद अंतिम संस्कार हो सका.

यह भी पढ़ें - पंचतत्व में विलीन हुए झुंझुनू के लाल शहीद विनोद सिंह, बेटी बोली- मैं हंसते-हंसते उन्हें विदा करना चाहती हूं

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close