
Rajasthan News: राजस्थान के हनुमानगढ़ में लूट और चोरी का डर दिखाकर सोने के आभूषण पार करने वाले शातिर अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन चोर को गिरफ्तार किया गया है. तीनों राजस्थान और पंजाब में कई वारदात को अंजाम दे चुके हैं.सभी ने गुजरात, पंजाब, राजस्थान के आधार कार्ड बनवा रखे हैं. वे शहरों के बस अड्डों पर जाकर ग्रामीण महिलाओं को अपनी बातों से बरगला कर चोरी और लूट का भय दिखा आभूषण पार कर लेते थे और कागज काटकर बनाई नकली पैसों की गड्डी बनाकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे.
हनुमानगढ़ की महिला के साथ ठगी
पुलिस ने बताया कि लखासर निवासी 70 वर्षीय महिला परमेश्वरी पत्नी मनीराम निवासी ने पीलीबंगा थाने में शिकायत दी, जिसमें बतया कि वह 6 जनवरी को सरकारी हॉस्पीटल पीलीबंगा में अपनी जांच करवाने के बाद दोपहर 1 बजे गांव जाने के लिए बस स्टैन्ड पर खड़ी थी. तभी एक महिला समेत 2 लोग आये और मेरे कानों में लगभग 3 तोले सोने की बुजली को देख बोला कि रास्ते में कोई भी आपका कान तोड़ कर बुजली ले जा सकता है. आप ये सोने की बुजली मुझे दे दो. मैं कपड़े में गांठ मार कर सुरक्षित मेरे पास रख लेती हूं, अगर आपको मेरे पर विश्वास नहीं है तो आप मेरे पैसे पकड़ लो.
ऊपर 50 की नोट, नीचे कागज कागज
रूमाल में लपेटी हुई रूपये की गड्डी पकड़ ली और सुनसान जगह ले जाकर उनमें से एक व्यक्ति बोला कि आप रुमाल में लपेटी हुई बुजली व दूसरे रुमाल में लपेटी पैसों की गड्डी अपने थैले में डाल लो और आप यह बस स्टैंड लेकर चलो. आपकी बस आने वाली है और मैं महिला को रेलवे स्टेशन तक छोड़ कर आपके पास बस स्टैंड आता हूं. इसके बाद पीड़िता बस स्टैंड पहुंचकर बुजली वाला रुमाल खोला तो उसमें 2-3 गांठ लगाकर पत्थर बंधा हुआ मिला और दूसरे रुमाल जिसमें पैसों की गड्डी बताई थी, उसमें सबसे उपर 50 रूपये का नोट लगा हुआ था और नीचे कोरे कागज लगे हुए थे. तुरंत महिला और पुरुष को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन दोनों का पता नहीं चल सका.
गुजरात के मूल निवासी हैं तीनों आरोपी
इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मूल रूप से गुजरात निवासी तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया. गिरोह को पकड़ने वाली टीम में हेड कांस्टेबल राजकुमार सिहाग, सहायक उपनिरीक्षक रामेश्वर लाल, हवलदार राजकुमार और मदन लाल, कांस्टेबल अरविन्द, रोशन और महिला कांस्टेबल केलम शामिल रहे. आरोपियों ने गुजरात, पंजाब और राजस्थान के आधार कार्ड बनवा रखे हैं.
तीनों शहर के कस्बों के पास टेंट का बसेरा बनाकर रहते थे और जब कोई उनसे उनके काम के बारे में पूछता को मक्खियों के छत्ते से शहद तोड़ कर बेचने का बहाना बनाते थे. बस अड्डों पर जाकर महिलाओं को अपनी बातों से बरगला कर ठगी को अंजाम देते थे. उनके निशाने पर सबसे ज्यादा ग्रामीण महिलाएं होती थी. पूछताछ में तीनों ने राजस्थान के हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और पंजाब में लगभग एक दर्जन वारदात को अंजाम देने की बात कबूली है.