हनुमानगढ़ के टिब्बी में इथेनॉल की फैक्ट्री के विरोध में किसानों के आंदोलन पर डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने प्रतिक्रिया दी है. प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि पिछली सरकार के समय हुए एमओयू के बाद फैक्ट्री को जमीन आवंटन की गई. यहां देश का एथेनॉल का सबसे बड़ा प्लांट लग रहा है. उन्होंने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि गहलोत सरकार में यह MOU हुआ और उन्हीं के दल के विधायक किसानों के साथ प्लांट पर धावा बोल रहे हैं. कैबिनेट मंत्री ने सवाल पूछा कि अगर इस तरह हिंसा का माहौल बनाएंगे तो इन्वेस्टमेंट के लिए निवेशक कैसे आएंगे? हमने इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया है.
कृषि मंत्री बोले- किसानों को भी समझना चाहिए
उन्होंने कहा कि राजस्थान का मारवाड़ी देश के कई हिस्सों में उद्योग लगाता है. अब जब प्रदेश में निवेश का माहौल बन रहा है तो किसानों को भी समझना चाहिए और अपनी बात लोकतांत्रिक तरीके से रखनी चाहिए. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि अगर किसान नहीं आ सकते थे तो मुझे धरनास्थल पर बुला लेते, लेकिन लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं होना चाहिए.
मैं खुद 4 बार दौरे पर गया था- किरोड़ीलाल
कृषि मंत्री ने कहा, "उनकी समस्या वाजिब हो सकती है, लेकिन किसानों के साथ धावा बोलना ठीक नहीं है. किसानों को सरकार तक बात पहुंचानी चाहिए. मैं खुद चार बार क्षेत्र में दौरे पर गया हूं. जिला कलेक्टर के जरिए किसानों तक मैसेज कराया."
"गहलोत-पायलट को लोगों के बीच जाना चाहिए"
माहौल बिगड़ने की आशंका जाहिर करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रदेश में उद्योग-धंधे आने की संभावना बन रही है तो इस बीच माहौल बिगाड़ा जा रहा है, यह ठीक नहीं है. किसानों को अपना पक्ष सरकार के सामने रखना चाहिए, तभी रास्ता निकल सकेगा. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता सचिन पायलट से कहा कि गरम कमरों में बैठकर आंदोलन पर इस तरह बयानबाजी की बजाय आप लोगों को आंदोलन के बीच जाना चाहिए.
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