Rajasthan Politics: पूर्व मंत्री और बायतु से विधायक हरीश चौधरी ने एक बार फिर शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी और अपनी ही पार्टी के पूर्व विधायक मेवाराम जैन पर जुबानी हमला बोला हैं. हरीश चौधरी बाड़मेर जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय आयोजित बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए रविंद्र सिंह भाटी पर विवाद खड़ा कर चर्चा में रहने का आरोप लगाया. साथ ही हरीश चौधरी ने कांग्रेस के पूर्व विधायक पर चरित्रहीन होने के बावजूद कानून में कमियों की आड़ में कोर्ट के सर्टिफिकेट के सहारे खुद को साफ सुथरा साबित करने को लेकर तंज कसा.
वहीं विधायक हरीश चौधरी ने प्रदेश सरकार के स्कूल में कार्यरत प्रिंसिपल के अश्लील वीडियो में हुई कार्यवाही की तारीफ करते नजर आएं. हालांकि इस दौरान उन्होंने इन नेताओं का नाम नहीं लिया.
'अपनी मार्केटिंग से नेता बड़ा नहीं बनता'
बायतु विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि पद और अपनी मार्केटिंग से नेता बड़ा नहीं बनता है. आप बड़े साबित नहीं होंगे चाहे आप कितना बड़ा पद लेकर आएं या कोर्ट से सर्टिफिकेट (बरी होने)कोर्ट से कानून की गालियां (कमियों) से बचकर खुद को साफ सुथरा घोषित कर दे, सही साबित करलें, लेकिन जनता को सब पता हैं. जनता को किसी सर्टिफिकेट कोर्ट की जरूरत नहीं हैं, जनता सब जानती है.
प्रदेश सरकार का किया धन्यवाद
चौधरी ने कहा कि सोशल मीडिया पर स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षिका को बिना सर्टिफिकेट दिए-लिए सबने देखा, लेकिन मैं इस मामले में प्रदेश सरकार का धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने इस मामले पर मजबूती से फैसला लेते हुए दोनों को बर्खास्त कर समाज में बेहतरीन संदेश दिया कि सार्वजनिक जीवन में इस तरह के कृत्यों की कोई जगह नहीं हैं.
रविंद्र सिंह भाटी पर साधा निशाना
हरीश चौधरी ने कहा- कही न कही कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपनी उपलब्धियों को जनता के बीच रखने नाकाम हैं, इसी का फायदा RSS और नाम लिए बिना चर्चित नेता (रविंद्र सिंह भाटी) उठा रहे हैं. मैने पहले कहा था और अब भी कहूंगा ये भाजपा की बी टीम है ये हमें भ्रमित कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता गुटबाजी में व्यस्त हैं.
क्या है पूर्व विधायक का विवाद
बता दें बाड़मेर से 3 बार विधायक रहे कांग्रेस नेता मेवाराम जैन पिछला विधानसभा चुनाव हार गए. चुनावों के बाद सोशल मीडिया पर एक कथित अश्लील वीडियो वायरल हुआ था, जिसको लेकर दावा किया गया था ये वीडियो पूर्व विधायक का है. इसको लेकर जोधपुर के थाने में एक महिला द्वारा दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया हुआ था. मामला दर्ज होने के बाद कांग्रेस ने पूर्व विधायक को पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
हालांकि पूर्व विधायक इस मामले के विरुद्ध राजस्थान हाइकोर्ट की शरण ली. कोर्ट ने सुनवाई करते हुए पूर्व विधायक को क्लीन चिट दे दिया. क्लीन चिट मिलने के बाद मेवाराम पार्टी और राजनीति में वापसी के लिए सक्रिय हुए नजर आ रहे हैं. साथ ही वह पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं.
जैन की वापसी की सुगबुगाहट के बीच हरीश चौधरी ने बिना नाम लिए कभी जैन पर अपने फायदे के लिए कांग्रेस को RSS के कदमों में डालने और पार्टी के कार्यकर्ताओं को जनता के घर में आने से ये कहकर मना कर दिया कि उनके घर में बहन-बेटियां हैं.
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