
Heatwave Starts in Rajasthan: राजस्थान के रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में गर्मी ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया है. दिन में सड़के तंदूर की तरह तप रही हैं और दोपहर होते-होते वीरान हो जाती हैं. लोग गर्मी से बचने के लिए नींबू पानी, गन्ने का जूस और लस्सी का सहारा ले रहे हैं. वहीं, कूलर, पंखे और रेफ्रिजरेटर की मांग तेजी से बढ़ गई है. रेगिस्तान के देसी फ्रिज कहे जाने वाले मटकों की बिक्री में भी इजाफा हुआ है.
फरवरी से ही गर्मी का दौर शुरू
इस साल फरवरी माह के अंत में ही गर्मी का दौर शुरू हो गया था, जो अप्रैल में और भयावह हो गया है. कुछ दिन पहले वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण ठंडी हवाओं ने राहत दी थी, लेकिन चार दिन से गर्मी का कहर फिर लौट आया है. तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच चुका है और विशेषज्ञ आने वाले दिनों में और भीषण गर्मी की संभावना जता रहे हैं.
हीट वेव से निपटने की तैयारी
हीट वेव की संभावनाओं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है. बाड़मेर के सबसे बड़े राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हीट स्ट्रोक के मरीजों के लिए 40 बेड का एयरकूल्ड वार्ड तैयार किया जा रहा है. अस्पताल के सभी वार्डों में लगे एसी और कूलर की मरम्मत शुरू हो चुकी है और जरूरत पड़ने पर नए एसी-कूलर खरीदने के टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं.
डिहाइड्रेशन से बचने की सलाह
अस्पताल के सुप्रिटेंडेंट डॉ. बी.एल. मंसूरिया ने आमजन को सलाह दी है कि गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए अधिक से अधिक पानी पिएं और जरूरी कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें. उन्होंने लोगों से कहा है कि हमेशा साथ में नींबू पानी या जूस जैसे पेय पदार्थ रखें ताकि डिहाइड्रेशन से बचा जा सके.बाड़मेर में बढ़ती गर्मी ने न केवल जनजीवन को प्रभावित किया है बल्कि प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया है. आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है, इसलिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है.