
Rajasthan Police Constable Thug: राजस्थान के अजमेर की पुलिस लाइन से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें निलंबित पुलिस कांस्टेबल पवन मीणा ने अपनी ही ड्यूटी पर तैनात महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों को करौली के मेगा हाईवे पर कौड़ियों के भाव जमीन दिलाने का लालच देकर लगभग 100 करोड़ रुपए की ठगी की. इस मामले में पवन मीणा और उसका भाई कुलदीप मीणा (जो सरकारी शिक्षक है) मुख्य आरोपी हैं. पवन मीणा ने अपने जाल में साथी पुलिसकर्मियों को उन्हीं जगहों पर फंसाया, जहां अक्सर पुलिसकर्मी और पीड़ित समझौते के लिए बैठा करते थे, खासतौर पर चाय की दुकानों पर.
थाना ब्लॉकटावर की पुलिस ने आरोपी पवन मीणा के भाई कुलदीप मीणा को मंगलवार को अदालत में पेश किया, जहां उसकी रिमांड अवधि पांच दिन बढ़ा दी गई है. अब पुलिस मुख्य आरोपी महा ठग पवन मीणा पर उसके साथियों की तलाश कर रही है और रिमांड के दौरान ठगी की राशि रिकवर करने की कोशिश की जा रही है.
करोड़ों का रिटर्न देने का लोभ
क्लॉक टावर थाने के सामने दीपक नामक चाय वाले की दुकान पर बैठकर पवन मीणा और उसका भाई कुलदीप पुलिसकर्मियों को यह कहकर फंसाते थे कि तनख्वाह से गुजारा मुश्किल है, और जमीन में बड़ा मुनाफा है. पवन का दावा था कि करौली में रहते हुए उसने हाईप्रोफाइल कमाई के रास्ते खोज लिए हैं और अब कॉरिडोर की जमीनें दिलाकर कई गुणा रिटर्न दे सकता है. वह यह भी कहता था कि ये जमीनें उसके रिश्तेदारों के नाम हैं और उसके भाई कुलदीप के पास मास्टर प्लान की जानकारी है कि कहां हाइवे से बाइपास जुड़ेगा. इस बहाने उसने बलवीर सिंह, विनोद भगत सिंह, पुरुषोत्तम रामेश्वर जैसे कई लोगों से मुलाकातें कीं और शुरुआती पांच लाख की डील ऑनलाइन ठगने की साजिश रची.
15 बैंक खाते फ्रीज जब्त किये 30 लाख
पुलिस अधिकारी भरत सिंह के अनुसार, इस ठगी में कुल 15 बैंक अकाउंट को फ्रीज किया गया है. जिनमें लगभग 30 लाख रुपये मौजूद हैं. आरोपी कुलदीप मीणा पर पहले से ही 25,000 रुपये का इनाम घोषित था. पवन मीणा इस समय फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है.
व्हाट्सएप कॉलिंग में पीड़ित को रुपए देने बात कह रहा पवन मीणा
पीड़ित दीपक को जब यह समझ में आया कि उसके साथ करीब एक करोड़ की ठगी हो चुकी है, तो उसने व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए पवन मीणा से संपर्क किया. कॉल में पवन मीणा ने एक कॉपी पर लिखे अकाउंट बैलेंस दिखाते हुए कहा कि दीपक का 1 करोड़ रुपया बकाया है और उसे जल्द ही जमीन या पैसे लौटा देगा. उसने यह भी दावा किया कि उसके किसी दोस्त से 20-25 करोड़ रुपये आने वाले हैं, जिससे वह सबका बकाया चुका देगा.
महाठग पवन मीणा ने अपने ही विभाग के लोगों के साथ भरोसे का ऐसा खेल खेला जो अब अजमेर की पुलिस के लिए शर्मनाक अध्याय बन गया है. यह केस न केवल ठगी का, बल्कि सिस्टम के भीतर मौजूद कमजोरियों और लालच की एक भयावह तस्वीर पेश करता है.
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