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This Article is From Feb 28, 2024

Hridayansh Ko Bachana Hai: दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा है 1 वर्षीय ह्रदयांश, 17 करोड़ के इंजेक्शन से मिलेगी नई जिंदगी

Save Hridyansh Campaign: भरतपुर रेंज में तैनात उप निरीक्षक नरेश शर्मा के बेटे 'हृदयांश' बचाने के लिए जयपुर पुलिस महानिदेशक द्वारा शुरू किए इस मुहिम के जरिए लोगों से अपील की गई है कि वो ह्रदयांश को बचाने के लिए अनुमानित 17 करोड़ जुटाने में मदद करें. 

दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा मासूम ह्रदयांश

Dholpur Kid Hridyansh: गंभीर बीमारी से जूझ रहे राजस्थान के धौलपुर जिले के एक वर्षीय ह्रदयांश की जिंदगी महज 2 महीने की है, अगर दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे ह्रदयांश को इससे उबरने के लिए 17 करोड़ रुपए की कीमत वाला इंजेक्शन नहीं मिला. लाइफ सेवर zolgensma नामक इंजेक्शन का भार उठाने में धौलुपर के मनिया पुलिस थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर नरेश शर्मा असमर्थ है. इसलिए पूरे देश से ह्रदयांश की जवान बनाने के लिए मुहिम शुरू की गई है. 

स्पाइनल मस्क्युलर एट्रोफी (S.M.A.) नामक दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे ह्रदयांश को बचाने के लिए जयपुर पुलिस महानिदेशक ने यह मुहिम शुरू की है, जिसका मकसद करीब 17 करोड़ रुपए मूल्य वाले जोल्जेंस्मा नामक इन्जेक्शन को खरीदकर मासूम की जिंदगी बचाई जा सके.

चिकित्सक की राय के अनुसार दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे ह्रदयांश की जिंदगी को बचाने के लिए एक मात्र संभावित उपचार है जोल्जेंस्मा नामक इन्जेक्शन (zolgensma injection) है, जो एक उत्कृष्ट जीन चिकित्सा उपचार है, जो इस प्रकार की S.M.A जैसी बीमारी से ग्रसित बच्चों को जीवन जीने की आशा प्रदान करता है.

जयपुर पुलिस महानिदेश द्वारा भेजा गया पत्र

जयपुर पुलिस महानिदेश द्वारा भेजा गया पत्र

भरतपुर रेंज में तैनात उप निरीक्षक नरेश शर्मा के बेटे 'हृदयांश' बचाने के लिए जयपुर पुलिस महानिदेशक द्वारा शुरू किए इस मुहिम के जरिए लोगों से अपील की गई है कि वो ह्रदयांश को बचाने के लिए अनुमानित 17 करोड़ जुटाने में मदद करें. 

चिकित्सकों के अनुसार इस इंजेक्शन को इंप्लांट करने की अधिकतम उम्र 24 महीने (02 साल) है. इसलिए इनके पास ज्यादा समय शेष नही है. अपनी अपील में जयपुर पुलिस महानिदेशक ने पत्र में लिखा है कि संकट में फंसे ह्रदयांश का जीवन बचाने के लिए इंजेक्शन बेहद जरूरी है. 

पुलिस महानिदेशक ने ह्रदयांश के इलाज के लिए जरूरी 17 करोड़ रुपए जुटाने के लिए समस्त पुलिस परिवार से अपील करते हुए हुए लिखा, मैं समस्त पुलिस परिवार से आग्रह करना चाहता है कि सहानुभूति पूर्वक इस बच्चे की जीवन रक्षा के लिए आर्थिक मदद करें, जिससे कि जोल्जेंस्मा इंजेक्शन निर्धारित समयावधि के अन्दर उपलब्ध हो सके. 

इस अपीलीय पत्र के साथ जयपुर पुलिस महानिदेशक ने मदद करने के लिए बैंक अकाउंट, यूपीआई एड्रेस भी साझा किया है, जिसकी मदद से इच्छुक लोग स्वेच्छा से आर्थिक मदद कर सकते हैं.-

आर्थिक मदद हेतु विवरण:-
 
Bank Name: RBL Bank
Account number: 2223330077641201
Account name: Hridyansh - IFSC code: RATNOVAAPIS
(The digit after N is Zero)
For UPI Transaction: assist.hridyansh13@icici

गौरतलब है मासूम ह्रदयांश को दुर्लभ बीमारी से बचाने के लिए उनके पिता नरेश शर्मा के पास दो महीने का ही समय है. घातक बीमारी spinal muscular atrophy (SMA) से ग्रसित हृदयांश का कमर से नीचे का हिस्सा बिल्कुल भी काम नहीं कर रहा है. इस बीमारी का इलाज 24 महीने की उम्र तक ही उपचार किया जाता है. 

सोशल मीडिया पर चल रही मुहिम

हृदयांश की जान बचाने के लिए 17.5 करोड़ रुपए का इंजेक्शन खरीदने के लिए सोशल मीडिया पर मुहिम चलाई जा रही है. समाज के भामाशाह समाजसेवी कर्मचारी अधिकारी हृदयांश के अकाउंट में राशि डोनेट कर सकते हैं. पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया धारा 80 जी के तहत इनकम टैक्स एक्ट के माध्यम से आयकर में छूट भी दी जाएगी.

ये भी पढ़ें-राजस्थान के हृदयांश की जिंदगी बचाने की चली मुहिम, 2 महीने और, 17 करोड़ के इस इंजेक्शन की है जरूरत

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