
देश की राजधानी दिल्ली इस वक्त दम घोटने वाली हवा के आगोश मे है. दिल्ली एनसीआर में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण का असर अब राजस्थान में भी दिखने लगा है. श्रीगंगानगर में सर्दी के साथ-साथ वायु प्रदूषण का भी आगमन हो गया है. आसमान में धुएं की काली परतें छाई हुई हैं और एयर क्वालिटी इंडेक्स 381 तक पहुंच गया है.
श्रीगंगानगर के आसमान में छाया प्रदूषण
श्रीगंगानगर में बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आम लोगों की आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है. स्मॉग और धुएं का असर इतना है कि दिन में भी हल्का अंधेरा सा दिखने लगा है. आज की सुबह की शुरुआत ऐसी हुई कि आसमान में छाई परत ने धुप को निकलने ही नहीं दिया और ऐसा लगने लगा कि आसमान में कोहरा छा गया है. प्रदूषण बढ़ने का एक बड़ा कारण पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा में पराली जलाना भी है. हालांकि इस बार पंजाब में सरकार ने इस पर रोक लगाई है, इसके बावजूद आसमान में स्मोग बुरी तरह छाया हुआ है.
NCR में लागू ग्रेडेड एक्शन रिस्पॉन्स प्लान
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल पैनल ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ग्रेडेड एक्शन रिस्पॉन्स प्लान (GARP-3) को लागू कर दिया है. इसके तहत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में गैर-आवश्यक निर्माण गतिविधि पर प्रतिबंध रहेगा. गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम इसमें शामिल हैं. शहर में डीजल ट्रकों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है.
वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
खेतों में पराली जलाने की घटनाओं और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के बीच वैज्ञानिकों ने अगले दो हफ्तों में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी की चेतावनी दी है. दिल्ली के लिए वैज्ञानिकों की चेतावनी चिंताजनक है क्योंकि कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक पहले ही 400 से अधिक हो चुका है.
मुंबई की भी हालत खराब
उधर, मुंबई के हालात भी ठीक नहीं हैं. यहां भी हवा की क्वालिटी बेहद खराब कैटेगरी में चल रही है. मुंबई एयर पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने इसे लेकर एक एडवाइजरी जारी की है. उसमें हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HP), टाटा पावर समेत अन्य कंपनियों से अपना प्रोडक्शन आधा (50%) करने को कहा गया है.