
Rajasthan News: राजस्थान सरकार के शिक्षा और पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) ने जोधपुर में एक दिवसीय दौरा किया. इस दौरान उन्होंने सूर्य नमस्कार और स्वच्छता अभियान को लेकर अधिकारियों की बैठक ली. साथ ही सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत की. पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि आने वाली 15 फरवरी को सूर्य सप्तमी है. ऐसे में स्कूलों सहित प्रदेश में सभी जगहों पर सूर्य नमस्कार का वर्ल्ड रिकार्ड बनाने के निर्देश दिए गए है, उन्होंने कहा कि प्रतिदिन इसको लेकर अभ्यास करवाया जाए.
'गंदगी पाए जाने पर अधिकारियों पर होगी कार्रवाई'
स्वच्छता को लेकर भी दिलावर ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि स्वच्छता आवश्यक है किसी प्रकार की गंदगी बर्दाश्त नही की जाएगी. साथ ही उन्होंने पंचायत राज विभाग को भी निर्देश दिए है कि स्वच्छता मद में प्राप्त राशि स्वच्छता में ही खर्च होनी चाहिए, अन्य जगह पर खर्च होने पर अधिकारियों के खिलाफ कारवाई होगी. प्रदेश को स्वच्छता के मामले में आगे रखना है. स्वच्छता को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही होने पर अधिकारियों के खिलाफ कारवाई होगी. देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री भी स्वयं सफाई करते थे तो हमें भी करना चाहिए.
'दुष्कर्म करने वाला अकबर महान कैसे'
मदन दिलावर ने पाठ्यक्रम में बदलाव के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि 'पूर्व मंत्री बीडी कल्ला को तो भारत माता की जय बोलने में भी शर्म आती है. साथ उन्होंने कहा कि जो मीना बाजार से लड़कियों को लाकर दुष्कर्म करता था, वह अकबर महान कैसे हो सकता है. उन्होंने कहा कि ऐसा सुनते है कि शिवाजी महाराज को पहाड़ी चूहा कहा जाता है. सुभाष चन्द्र बोस व भगत सिंह को देशद्रोही कहा जाता है.' मंत्री ने कहा कि वह खुद पाठ्यक्रम की समीक्षा करेंगे और आवश्यकता हुई तो उसमें बदलाव किया जाएगा.
'शिक्षक तम्बाकू का सेवन छोड़ें'
स्कूलों के बाहर तम्बाकू उत्पाद पर लगाम लगाने के सवाल पर उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि स्कूलों के बाहर क्या स्कूलों के अन्दर तक शिक्षक तम्बाकू खाते हैं. हमारा लक्ष्य यह है कि पहले शिक्षक में सुधार हो वह तम्बाकू का सेवन छोड़ें ताकि स्कूलों में बच्चों पर गलत प्रभाव ना पड़े.
'बच्चों को रुचि के अनुसार पढ़ने दें अभिभावक'
मंत्री ने बढ़ रहे सुसाइड मामले को लेकर कहा कि इसके लिए सभी दोषी है. बच्चों पर दबाव नहीं डालना चाहिए, उनकी रूचि के अनुसार उन्हें पढ़ने देना चाहिए, ताकी सुसाइड की घटनाएं ना हो. उन्होंने कहा कि 'मध्यप्रदेश में सरकार ने इंजीनियरिंग व मेडिकल की पढाई हिन्दी में करने का प्रयोग किया है. ऐसे में मेरे पास शिक्षा और पंचायती राज विभाग है तो मैंने भी एक नया प्रयोग किया है, जिसकी शुरूआत जोधपुर से कर रहा हूं. शिक्षा विभाग और पंचायत राज विभाग में अब जो कभी तकमीना बनेगा वो हिन्दी में होगा. जिससे सभी को पता चले कि सिमेन्ट कितना है और बजरी कितनी है.'
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