Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में चुनाव है तो कई अप्रत्याशित चीजें हो रही हैं. रविवार को ऐसी ही एक अप्रत्याशित मुलाकात जयपुर में हुई, जिसने प्रदेश का सियासी पारा बढ़ा दिया. यह मुलाकात थी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा और कांग्रेस विधायक सचिन पायलट की. राजस्थान में कांग्रेस की मौजूदा सरकार का कार्यकाल समाप्त होने वाला है. पांच साल में पहली बार लोकेश शर्मा और सचिन पायलट के बीच हुई यह मुलाकात ने सियासी चर्चाओं को हवा दे दिया है. इस मुलाकात की इनसाइड स्टोरी क्या है? लोग यह जानना चाहते हैं. हमने इसके संभावित कारणों की पड़ताल की. जिसमें कई बातें समझ में आई.
इस दौरान दोनों नेताओं के बीच प्रदेश के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सीटों पर बातचीत हुई. यह भी माना जा रहा है कि लोकेश शर्मा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दूत बनकर सचिन पायलट के पास पहुंचे थे. उन्होंने पायलट तक मुख्यमंत्री गहलोत का संदेश पहुंचाया है.
शनिवार को ही कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए अपनी 33 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी. इसके अगले ही दिन दोनों नेताओं के बीच करीब 1 घंटे तक चली इस मुलाकात को लेकर तरह-तरह के कयास लग रहे हैं. खास बात यह है कि बीते 5 वर्षों में यह पहला अवसर था जब लोकेश शर्मा की मुलाकात सचिन पायलट से हुई.
हालांकि लोकेश शर्मा मुख्यमंत्री के किसी संदेश से इनकार किया और कहा कि मैं पार्टी के वॉर रूम का को चेयरमैन हूं. इसी नाते सचिन पायलट से मिलने आया हूं. शर्मा ने कहा कि हम सभी को एकजुट होकर चुनाव लड़ना है, सचिन पायलट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, ऐसे में इनसे सलाह-मशविरा करना भी आवश्यक है.
पार्टी में एकजुटता का संदेश
पिछले 5 सालों में यह पहला मौका है जब लोकेश शर्मा सचिन पायलट से मिलने पहुंचे हैं. लोकेश 2020 में तब चर्चा में आये थे जब सियासी संकट के दौरान फोन टैपिंग विवाद में उनका नाम आया था. वे मुख्यमंत्री के खासे करीबी माने जाते हैं. ऐसे में इस मुलाकात को तल्ख रिश्तों के बीच पिघली बर्फ के रूप में भी देखा जा रहा है.
फ़ोन टैपिंग में आया था नाम
लोकेश शर्मा अशोक गहलोत के काफी क़रीबी माने जाते हैं. तीन साल पहले कथित तौर पर गहलोत सरकार को गिराने की कोशिशों के दौरान शर्मा पर विधायकों के फ़ोन टैप करवाने के आरोप लगे थे. यह उस समय भी सामने आया था जब अपनी ही सरकार के खिलाफ सचिन पायलट मानेसर के एक होटल में कुछ विधायकों के साथ चले गए थे. तभी से सचिन पायलट और लोकेश शर्मा के बीच काफी तल्ख़ रिश्ते रहे हैं.
ये भी पढ़ें- अशोक चांदना: गहलोत कैबिनेट का आक्रामक युवा चेहरा, इस बार कांटे की टक्कर, क्या लगा पाएंगे जीत की हैट्रिक?