Rajasthan Pavilion News: राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में बने भारत मंडपम में 14 दिनों तक चला 'भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला' (IITF) गुरुवार को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया. इस साल मेले में 18 लाख से अधिक दर्शकों ने शिरकत की.मेले के आखिरी दिन, वाणिज्य मंत्रालय ने सर्वश्रेष्ठ पवेलियनों की घोषणा की, जिसमें राजस्थान पवेलियन ने अपनी शानदार कला, संस्कृति और प्रस्तुति के दम पर प्रतिष्ठित स्वर्ण पदक हासिल किया.
कला, संस्कृति और विविधता की जीत
वाणिज्य मंत्रालय के आधिकारिक बयान के अनुसार, भागीदार राज्य श्रेणी के तहत राजस्थान को सर्वश्रेष्ठ पवेलियन के स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया है. इस दौड़ में बिहार ने रजत पदक और उत्तर प्रदेश ने कांस्य पदक प्राप्त किया. इस साल, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में राजस्थान मंडप को विशेष रूप से हाड़ौती, मेवाड़ और मारवाड़ा जैसे अंचलों की पारंपरिक कला और संस्कृति को दर्शाया गया था. मंडप की सजावट में पुष्कर मेले, चंबल माता, सालासर बालाजी,खाटूश्यामजी, और त्रिपुरा सुंदरी जैसे देवस्थलों की झलक दिखाई गई, जिसने दर्शकों का मन मोह लिया.
लोक-संस्कृति बनी आकर्षण का केंद्र
राजस्थान पवेलियन में केवल वस्तुएं और कलाकृतियां ही नहीं, बल्कि लोक-संस्कृति की जीवंत झलक भी देखने को मिली. यहां हर दिन आयोजित होने वाले कठपुतली शो और राजस्थानी लोकनृत्य के मंचन ने भारी भीड़ आकर्षित की. जैसे ही प्रस्तुतियाँ शुरू होती थीं, दर्शक अपने मोबाइल कैमरे निकालकर इन क्षणों को कैद करने लगते थे.
कठपुतली डांस ने खींचा सबका ध्यान
कठपुतली प्रदर्शन के लिए सीकर से आए कलाकार अशोक भट्ट ने कहा किहमारे लिए कला सिर्फ काम नहीं, बल्कि जीवन का हिस्सा है. जब लोग हमारे काम को समझकर सराहते हैं, तो हमें लगता है कि हमारी मेहनत सफल हुई.
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