
Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर में रहने वालों के लिए खुशखबरी है. देशभर में चलने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में पहली बार जयपुर को भारत के टॉप 20 सबसे साफ शहरों की लिस्ट में जगह मिली है. 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में जयपुर नगर निगम ग्रेटर को 16वां और जयपुर हेरिटेज को 20वां स्थान मिला है. ये बदलाव पिछले साल के मुकाबले जबरदस्त है, क्योंकि 2023 में इनकी रैंकिंग 173 और 171 थी.
डूंगरपुर सबसे स्वच्छ शहर
इस बार राजस्थान का छोटा शहर डूंगरपुर भी चर्चा में रहा. इसे देशभर में 20,000 से 50,000 की आबादी वाले शहरों की कैटेगरी में 'स्वच्छ सुपर लीग' में शामिल किया गया है. यही नहीं, राज्य के सबसे साफ शहर का खिताब भी डूंगरपुर को मिला है.
राजस्थान के टॉप 10 सबसे साफ शहरों की लिस्ट:-
- डूंगरपुर
- जयपुर ग्रेटर
- जयपुर हेरिटेज
- उदयपुर
- सीकर
- जैसलमेर
- भरतपुर
- चूरू
- नाथद्वारा
- पुष्कर
जयपुर में क्या-क्या बदलाव हुए?
जयपुर ग्रेटर ने 91% घरों से कचरा उठाने, 89% कचरे को गीला-सूखा अलग करने, 75% कचरे के निपटारे और 100% साफ-सफाई (रिहायशी और बाजारों में) जैसे कामों में बेहतरीन प्रदर्शन किया. वहीं, जयपुर हेरिटेज भी इन मामलों में पीछे नहीं रहा. दोनों इलाकों में कचरे के बेहतर मैनेजमेंट, अलग-अलग कूड़ेदानों के इस्तेमाल और सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा पर खास ध्यान दिया गया. वेस्ट टू पावर प्लांट, कंस्ट्रक्शन वेस्ट मैनेजमेंट और रात में सफाई की व्यवस्था जैसी योजनाओं ने भी स्कोर बढ़ाने में मदद की.
इनके हाथ में ही कमान
इस सफाई अभियान की कमान पूर्व ग्रेटर आयुक्त रुक्मणी रियाद और हेरिटेज आयुक्त अरुण कुमार हसीजा ने संभाली. उनकी टीम ने खुले में पड़े कचरे के ढेर हटाने, कचरा उठाने के टाइम टेबल को सख्ती से लागू करने और आम लोगों को जागरूक करने में बढ़-चढ़कर काम किया.
President Droupadi Murmu presented Swachh Survekshan awards at a function organized by the Ministry of Housing and Urban Affairs in New Delhi. The President said that the first and most important step in the waste management value chain is source segregation. All stakeholders and… pic.twitter.com/B5sW0m5Hau
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 17, 2025
विज्ञान भवन में दिए गए पुरस्कार
पुरस्कार नई दिल्ली के विज्ञान भवन में दिए गए, जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर मौजूद थे. जयपुर की यह छलांग न सिर्फ सफाई में सुधार का संकेत है, बल्कि इस बात का भी सबूत है कि अगर इच्छाशक्ति हो तो बड़े शहर भी साफ-सुथरे बन सकते हैं.
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