
Rajasthan News: राजधानी जयपुर के बींदायका थाना इलाके में एक छात्रा को मोबाइल चलाना इतना महंगा पड़ गया कि उसे अपनी जान गंवानी पड़ी. M.Com की छात्रा निकिता सिंह मुडिंयारामसर गांव की रहने वाली थी जहां सोमवार (20 मई) सुबह उसकी मां ने मोबाइल चलाने का मना किया. जिसके बाद मां और बेटी के बीच संघर्ष हुआ जिसमें निकिता की मौत हो गई. वहीं अब इस मामले में मां को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस उससे पूछताछ की जिसमें कई खुलासे हुए हैं.
बिंदायका थाना अधिकारी भजनलाल शर्मा ने बताया कि कल मूंडियारामसर गांव कि यह घटना है. पुलिस को सूचना मिलने के बाद पुलिस वहां पहुंची और प्राथमिक पूछताछ में सामने आया है की मां और बेटी के बीच मोबाइल को लेकर विवाद हुआ जिसमें छात्रा के सिर में गंभीर चोट आई है जिससे उसकी मौत हो गई.
मोबाइल को लेकर अक्सर होता था विवाद
मामले के बाद पुलिस ने छात्र की मां से पूछता शुरू की जिसमें सामने आया कि मां और बेटी के बीच लंबे समय से फोन को लेकर अक्सर विवाद होते थे. आसपास के लोगों का कहना है कि मृतक छात्रा अपने किसी दोस्त से बातें किया करती थीं. जिससे परिजन नाराज थे ऐसे में कुछ दिनों पहले भी उसका फोन तोड़ दिया था.
क्रिकेट के बल्ले से उतारा मौत के घाट
इसके बाद पिता ने उसे फिर से नया मोबाइल दिलाया और सोमवार सुबह जब पिता घर से कम पर चले गए तो मां ने फोन को अलमारी में रख दिया और बेटी को फोन देने से मना किया. इससे नाराज होकर मृतक निकिता ने मां से झगड़ा शुरू कर दिया. ऐसे में कहासुनी इतनी बढ़ गई की क्रिकेट के बल्ले से मां ने बेटी को मौत के घाट उतार दिया. हालांकि इस खूनी संघर्ष में मां के भी सिर में चोट आई है.
फिलहाल पुलिस ने मृतका की मां को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें कल कोर्ट में पेश किया जाएगा.
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