Rajasthan News: राजस्थान में एक मासूम बीमार बच्ची का ईलाज करवाने के लिए परिवार वाले उसे डॉक्टर के पास ले जाते हैं. उन्हें उम्मीद थी कि बच्ची जल्द स्वस्थ्य हो जाएगी. लेकिन मामला बिल्कुल उल्टा निकला, ठीक होने के बजाय मासूम की मौत हो जाती है. अब बड़ा सवाल ये है कि इसका जिम्मेदार कौन है? यह दिल दहला देने वाला मामला जैसलमेर जिले से सामने निकलकर आया है. शनिवार को एक दवा की दुकान पर 3 साल की बच्ची की इंजेक्शन लगाते ही मौत हो गई, पुलिस ने यह जानकारी दी. थानाधिकारी सवाई सिंह ने बताया कि परिजनों ने नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनके अनुसार वास्तविक कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद चल पाएगा.
इंजेक्शन लगाने के बाद बच्ची हुई अचेत
हसन गांव की निवासी इस्माइल खान ने बताया कि उनकी तीन वर्षीय पोती रबीना पिछले दो दिन से सर्दी जुकाम से पीड़ित थी और वह उसे शनिवार को एक सेवानिवृत्त चिकित्सक के घर दिखाने आये थे.
खान ने बताया कि चिकित्सक ने दवाइयां लिखी थीं, उसी सिलसिले में परिजनों ने एक दवा दुकान से ‘इंजेक्शन' खरीदकर एक नर्स से उसे ‘इंजेक्शन' लगवायी. लेकिन कुछ ही देर में बच्ची अचेत हो गई.
पोस्टमार्टम के बाद होगा खुलासा
उन्होंने बताया कि बच्ची को अचेत अवस्था में अस्पताल लेकर जाने पर वहां मौजूद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पोस्टमार्टम में मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा. वहीं बच्ची के शव को मोर्चरी में रखवाया गया है. सवाल ये है कि डॉक्टर ऐसी नर्श को रखते ही क्यों है जब उन्हे जानकारी नहीं होती?
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