Rajasthan News: जैसलमेर जिला रेत के बड़े टीलों और रेगिस्तान के लिए जाना जाता है. जैसलमेर में गर्मी के दिनों में तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच जाता है. रेतीले टीले होने की वजह से जैसलमेर में पानी की बड़ी समस्या होती है. हालांकि, जैसलमेर में अजीबोगरीब घटना सामने आई है, जो काफी चर्चा का विषय है. दरअसल, जिले के मोहनगढ़ थाना क्षेत्र में एक गांव में ट्यूबवेल की खुदाई के दौरान अचानक जमीन से पानी की तेज धारा निकलने लगी और देखते ही देखते चारों तरफ पानी ही पानी नजर आने लगा. ट्यूबवेल की खुदाई कर रहा ट्रक भी उसी में समा गया. घटना की जानकारी पहुंचे प्रशासन ने आसपास के घरों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने का निर्देश दिया है.
पानी की तेज धारा से दुर्घटना की स्थिति
यह घटना जैसलमेर के मोहनगढ़ में शास्त्रीनगर ग्राम पंचायत के तारागढ़ गांव की है, जहां पर विक्रम सिंह भाटी के मुरबे में ट्यूबवेल खुदवाया जा रहा था. इसी दौरान ट्यूबवेल में अचानक पानी का तेज प्रेशर आ जाने से दुर्घटना की स्थिति बन गई. वही, ट्यूबवेल की खुदाई कर रही मशीन अंदर धंस गई. पानी का प्रेशर लगातार बढ़ता ही जा रहा है और गड्ढा भी चौड़ा होता जा रहा है. जमीन से पानी इतनी तेजी के साथ निकल रहा है कि चारों तरफ खेत में पानी ही पानी नजर आ रहा है. लग रहा है जैसे नदी की धार निकल रही हो.
500 मीटर के परिधि लोगों के जाने पर रोक
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए. मौके पर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी पहुंचे. उप तहसीलदार व कार्यपालक मजिस्ट्रेट ने मौका रिपोर्ट में बताया कि पानी के बढ़ते प्रेशर को देखते हुए आसपास मकान में रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थान पर जाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा सभी आम लोगों को यह भी निर्देश दिया गया कि जहां पर यह घटना हुई है, उसके 500 मीटर की परिधि के अंदर कोई भी व्यक्ति प्रवेश न करें.
सूखा रेगिस्तान अचानक हुआ 'पानी-पानी'
— NDTV Rajasthan (@NDTV_Rajasthan) December 28, 2024
जैसलमेर में ट्यूबवेल की खुदाई के दौरान जमीन फटने से पानी और गैस का दबाव बढ़ा, प्रशासन ने जारी की चेतावनी#Jaisalmer #Rajasthan pic.twitter.com/mZTCbh7ckM
सरस्वती नदी का हिस्सा यह क्षेत्र
बड़ी बात है कि जिस क्षेत्र में ट्यूबवेल की खुदाई के समय यह घटना घटी है. वह विलुप्त हो चुकी सरस्वती नदी का इलाका है. भूजल वैज्ञानिक नारायण दास का कहना है कि भूविज्ञान के अंदर इसे ऑर्टिजन कंडीशन कहते हैं. यह कोई सामान्य घटना नहीं है. यह स्थिति कई दिनों तक रह सकती है. नारायण दास ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, इस इलाके का दौरा न करें. उन्होंने इस क्षेत्र को सरस्वती नदी का हिस्सा बताया है.
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