
Jat Reservation Row: केंद्र की सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग को लेकर भरतपुर-धौलपुर के जाटों का धरना अभी भी जारी है. इस आंदोलन के लिए आज का दिन काफी अहम है. आज आंदोलनकारी जाट समाज के प्रतिनिधियों के केंद्र सरकार की दूसरे दौर की बातचीत होनी है. यदि बातचीत में कोई हल नहीं निकला तो यह आंदोलन भी तेज हो सकता है. मालूम हो अभी पंजाब के किसानों के आंदोलन को लेकर ऐसे ही राजधानी दिल्ली का माहौल गर्म है. अब यदि जाट समाज भी अपने आंदोलन को तेज कर दें तो केंद्र के साथ-साथ राजस्थान सरकार के सामने दोहरी चुनौती आ खड़ी होगी. हालांकि इसकी संभावनाएं कम है. क्योंकि पहले दौर की बातचीत सरकारात्मक होने के बाद जाट समाज के नेता सकारात्मक परिणाम की आशा लगाए हैं.
इससे पहले पिछले सप्ताह शुक्रवार को जाट समाज की कमेटी ने दिल्ली में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री वीरेंद्र कुमार के साथ पहले दौर की वार्ता की, जो सकारात्मक रही. इस दौरान आरक्षण दस्तावेजों की पूर्ति करने व ओबीसी आयोग में 13 फरवरी को दूसरे दौर की वार्ता करने पर चर्चा हुई.
आज की वार्ता से बनेगी आगे की रूपरेखा
मिली जानकारी के अनुसार आज यानी कि मंगलवार को जाट समाज के प्रतिनिधि मंडल की दिल्ली में वार्ता होनी है. इस वार्ता के बाद आगे की रूपरेखा बनाई जाएगी. जाट समाज के प्रतिनिधि मंडल की दिल्ली में वार्ता सकारात्मक रही तो भरतपुर धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संरक्षक पिछले 28 दिनों से चल रहे महापड़ाव को समाप्त करा सकते हैं अगर वार्ता में बात नहीं बनी तो यह आंदोलन गति पकड़ सकता है.
फौजदार बोले- महाराजा सूरममल को पुष्पांजलि कर दिल्ली रवाना हुए सदस्य
भरतपुर धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने बताया कि दिल्ली में मंगलवार दोपहर 2 बजे जाट समाज और राज्य सरकार की कमेटी की केंद्रीय ओबीसी आयोग से वार्ता होगी. मंगलवार सुबह 8 बजे यातायात चौराहे पर महाराजा सूरजमल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल दिल्ली के लिए रवाना हुआ है. भरतपुर धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने कहा है कि जाट समाज के प्रतिनिधिमंडल की पहले दौर की वार्ता सकारात्मक रही थी और दूसरे दौर की वार्ता भी सकारात्मक रहने के संकेत हैं.
भरतपुर के जयचौली गांव में 28 दिन से महापड़ाव जारी
भरतपुर धौलपुर के जाट समाज द्वारा केंद्र की सरकारी नौकरियों में ओबीसी वर्ग में आरक्षण की मांग को लेकर जिले के गांव जयचोली में 17 जनवरी से महापड़ाव डाले हुए है और इस महापड़ाव को करीब 28 दिन का समय हो चुका है.इस महापड़ाव के माध्यम से जाट समाज द्वारा गांधीवादी तरीके से अपनी मांग कर रहे हैं.
13 फरवरी को होगी दूसरी दौर की वार्ता
गौरतलब है कि अपनी मांगों को लेकर उच्चैन उपखंड के गांव जयचौली में जाट समाज द्वारा 28 दिन से महापड़ाव डाला हुआ है. 7 फरवरी को जाट समाज ने मुंबई-दिल्ली रेलवे ट्रैक को जाम करने की चेतावनी दी. लेकिन 6 फरवरी को जाट समाज के पास राज्य सरकार से वार्ता का निमंत्रण आया और राज्य सरकार से सकारात्मक बात हुई. इसके बाद केंद्र से वार्ता के लिए जाट समाज की 6 सदस्य कमेटी दिल्ली रवाना हुई. ओबीसी आयोग नई दिल्ली में 13 फरवरी को पहुंचने के लिए पत्र भेजा है.
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