Jat Reservation Row: भरतपुर धौलपुर के जाट केंद्र की सरकारी नौकरियों में आरक्षण लेने की मांग कर रहे हैं. इसी मांग को लेकर जिले के गांव जयचौली में 24 दिन से महापड़ाव जारी है. शुक्रवार को जाट समाज की कमेटी ने दिल्ली में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री वीरेंद्र कुमार के साथ पहले दौर की वार्ता सम्पन्न हुई है. अब 13 फरवरी को दूसरे दौर की वार्ता होगी. शनिवार को जाट समाज के सदस्यों की कमेटी भरतपुर लौट आई. भरतपुर धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति संयोजक नेम सिंह फौजदार द्वारा पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह के पास पहुंचकर उन्होंने आशीर्वाद एवं राय ली है. इस दौरान भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार को साफा पहनाते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि जाट समाज एकजुट है. इसमें कोई दो-फाड़ नहीं है.
जाट समाज में दो फाड़ की गलतफहमी फैलाई गईः विश्वेंद्र सिंह
इस दौरान पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि जाट समाज में दो फाड़ के बारे में गलतफहमी फैलाई गई थी. जाट समाज एक है और हमारा उद्देश्य भरतपुर और धौलपुर के जाटों को केंद्र की ओबीसी में आरक्षण दिलाना है. अगर सरकार के द्वारा हमारी मांग को मान लिया जाए तो ठीक नहीं तो वह जयचौली गांव में चल रहे महापड़ाव को नई गति देंगे. अगर सरकार के द्वारा हमारी मांग को मान लिया जाएगा तो मैं खुद इस महापड़ाव को समाप्त करवाऊंगा.
गौरतलब है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह के नेतृत्व में भरतपुर और धौलपुर जाट समाज द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर 3 फरवरी को भरतपुर शहर में एक निजी गार्डन में महापंचायत का आयोजन किया गया. जिसमें आरक्षण संघर्ष समिति के दो संयोजक बनाए गए थे जबकि इसी दिन नेम सिंह फौजदार के द्वारा गांव जयचोली में महापंचायत की गई थी.
रेलवे ट्रैक जाम करने से एक दिन पहले सरकार ने वार्ता के लिए बुलाया
जिसमें भरतपुर धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने 7 फरवरी को दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक और नेशनल हाइवे को जाम करने का निर्णय लिया था. इस चेतावनी को देखते हुए 6 फरवरी को राज्य सरकार ने वार्ता के लिए आमंत्रित किया. जयपुर में सरकार और जाट आंदोलन संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों की बातचीत हुई. जिसके बाद यह निर्णय लिया गया कि अब समाज के लोग दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक को जाम नहीं करेंगे. इसके बाद केंद्र से वार्ता के लिए 9 फरवरी को जाट समाज की 6 सदस्य कमेटी दिल्ली रवाना हुई.
दिल्ली में केंद्रीय मंत्री से पहले दौर की वार्ता संपन्न
जाट समाज की कमेटी ने दिल्ली में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री वीरेंद्र कुमार के साथ पहले दौर की वार्ता की, अब दूसरे दौर की वार्ता 13 फरवरी को होगी. ओबीसी आयोग नई दिल्ली में 13 फरवरी को पहुंचने के लिए पत्र भेजा है.10 फरवरी शाम को भरतपुर धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह के पास पहुंचे और उन्होंने आरक्षण के मामले को लेकर के वार्ता की साथ ही उनसे आशीर्वाद लिया.
पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि कुछ लोग गलतफहमी मान रहे हैं कि जाट समाज में दो पहाड़ हैं जबकि ऐसा नहीं है नेम सिंह फौजदार लंबे समय से आरक्षण की लड़ाई लड़ते आ रहे हैं और इस आरक्षण की लड़ाई के लिए हम एक साथ हैं. सरकार के द्वारा अगर हमारी बातें मान ली जाती हैं तो ठीक है वरना नहीं तो यह आर पार की लड़ाई होगी.
फौजदार बोले- महाराज साहब संरक्षक थे और रहेंगे
भरतपुर धौलपुर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक में सिंह ने कहा कि भरतपुर और धौलपुर के जाट आरक्षण को लेकर 2017 में बड़ा आंदोलन हुआ था और महाराज साहब ने मुझे संयोजक बनाया था. महाराजा साहब संरक्षक थे हैं और रहेंगे. महाराजा साहब का सम्मान पूरे उत्तर भारत में है. महाराजा साहब द्वारा मुझे निर्देशित किया गया है । समाज एक था एक है और एक रहेगा. महाराजा साहब का आशीर्वाद सभी के ऊपर रहा है और उनके आशीर्वाद से हम अपनी आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं. जो आंदोलन आज चल रहा है वह महाराज साहब के निर्देश पर ही शुरू हुआ था आरक्षण मिलने के बाद पड़ाव का समापन महाराज साहब ही कराएंगे.
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