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किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग मामले में सचिन पायलट ने मांगा श्वेत पत्र, तो बेढम बोले- खुद रहे थे होटल में बंद

किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग मामले पर सचिन पायलट ने श्वेत पत्र की मांग की और उन्होंने सभी फोन टैपिंग मामले में जांच करने को कहा. इस पर जवाहर सिंह बेढ़म ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.

किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग मामले में सचिन पायलट ने मांगा श्वेत पत्र, तो बेढम बोले- खुद रहे थे होटल में बंद

Rajasthan Politics: राजस्थान में कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग मामले में राजनीति लगातार तेज हो रही है. पहले किरोड़ी लाल मीणा ने सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाया, लेकिन नोटिस जारी होने के बाद किरोड़ी लाल मीणा के सुर बदल गए हैं. हालांकि उनके तेवर अब भी बरकरार हैं. वहीं नोटिस मिलने के बाद किरोड़ी लाल मीणा की सफाई आने से सियासत और तेज हो गई है. किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग मामले पर सचिन पायलट ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह गंभीर मामला है. अगर जिम्मेदारी मंत्री इस बात को कह रहा है तो पार्टी उन्हीं के ऊपर कार्रवाई शुरू कर दी है. इस पर श्वेत पत्र की उन्होंने मांग भी की. जबकि सचिन पायलट ने यह भी कहा है कि फोन टैपिंग के सभी मामलाों में जांच होनी चाहिए. किरोड़ी लाल मीणा को सबूत जनता के सामने रखना चाहिए. हालांकि उनके बयान पर गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म भी इस सियासत में कूद पड़े हैं और बयान जारी किया है.

कांग्रेस कर रही ओछी राजनीति

गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने ओछी राजनीति शुरू कर दी है. यह भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का आपसी मामला है और मामला भी एक झूठी खबर का है. उन्होंने कहा कि इसका जवाब किरोड़ी लाल मीणा ने दे दिया, उन्होंने बता दिया कि उनका कोई फोन टैप नहीं हुआ और मैं गृह राज्यमंत्री के तौर पर कहता हूं कि हमारी सरकार में किसी भी विधायक, किसी भी मंत्री के फोन टैप नहीं हुए.

सचिन पायलट खुद होटल में थे बंद

बेढ़म ने कहा कि कांग्रेस के बयानवीर नेता सचिन पायलट को इस मुद्दे पर सिर्फ अपनी उपस्थिति दर्ज करानी है. ये शायद भूल चुके हैं कि कांग्रेस के राज में खुद होटल में बंद रहे थे और इनको अपमानित भी किया गया था. इनके गुट के एक विधायक ने तो स्पष्ट रूप से प्रेस के सामने आकर भी कहा था कि उनके फोन टैप हो रहे हैं. उस समय अपनी ही सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ऊपर कांग्रेस के नेता हमलावर थे लेकिन चुप रहे और बाद में गलबहियां भर रहे थे.

कांग्रेस कर रही षडयंत्र

गृह राज्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने अपनी कमियों से बचने के लिए सदन में मुख्यमंत्री का राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब बाधित करने का षडयंत्र किया. लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने राज्य सरकार के 1 साल के सुशासन की बात जनता के सामने स्पष्ट रूप से रखी. फिर भी कांग्रेस के लोग बयानबाजी करके जनता को गुमराह करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अब जनता गुमराह नहीं होगी. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के राजस्थान के विकास को देखकर जनता कांग्रेस को पूरी तरह नकार चुकी है.

बता दें, कांग्रेस सरकार में भी सचिन पायलट के फोन टैपिंग का आरोप अशोक गहलोत पर लगा था. उस वक्त खूब सियासी उठा पटक हुई थी और बीजेपी ने इस मुद्दे पर खूब राजनीति की थी. आज भी पायलट और गहलोत के रिश्ते को लेकर फोन टैपिंग के मामले को उठाया जाता है. मामले में कोर्ट में जांच भी चल रही है.

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