
राजस्थान सरकार की कलेवा योजना कई जगहों पर सिर्फ मजाक बन कर रह गई है.रविवार को झालावाड़ के श्री हीरा कुंवर बा जनाना अस्पातल में प्रसुताओं को जो भोजन दिया जा रहा है उसमें कीड़े, ईलट और मक्खियां तैरते नज़र आये. जिसके चलते प्रसुताएं खाना खा नहीं पाती और उसको फेंकना पड़ रहा है. इसे ठेकेदार की लापरवाही कहें या अस्पताल प्रशासन की अनदेखी. मरीज़ अस्पताल में आते हैं और ये खाना खा कर और बीमार हो जाते हैं. रविवार को भी यहां अस्पताल के प्रसूता वार्ड में खाने में कीड़े आने के चलते हंगामे की स्थिति पैदा हो गई और लोगों को खाना फेंकना पड़ा. पड़ताल की तो पता चला कि पिछले दो महीनों से खाने के यही हालात हैं.
कभी-कभी खाना ठीक आता है लेकिन आये दिन इसमें गंदगी और कीड़े मकोड़े पड़े रहते हैं. जिनको देखकर भला इस खाने को खाने की हिम्मत कौन कर सकता है. मरीजों की शिकायत ठीक से नहीं सुनी जा रही है. कई मरीजों ने अस्पताल प्रशासन को लिख कर दिया है उसके बाद भी मामले में कार्यवाही नहीं हो पा रही है. झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर शिव भगवान शर्मा का कहना है कि उन्होंने मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी को कलेवा योजना के खाने के सैंपल लेने के लिए लिखित में पत्र भेजा है और उन्हें कार्रवाई करने के लिए भी कहा है.
खाने में तैरते कीड़े देख कर भड़के लोग
रविवार को झालावाड़ के श्री हीरा कुंवर बा जनाना चिकित्सालय के प्रसूता वार्ड में जैसे ही कलेवा योजना का खाना आया और वार्ड में भर्ती महिलाओं को बांटा गया तो खाने में कीड़े तैरते देखकर वहां पर मौजूद लोग भड़क गए. इसके बाद अस्पताल में कुछ देर के लिए हंगामा की स्थिति पैदा हो गई. लोगों ने लिखित में अस्पताल प्रशासनको शिकायत दी. खाने में कीड़े आने के चलते लोग और अधिक बीमार पड़ सकते हैं.
ठेकेदार के ज़रिये से होती है खाने की सप्लाई
अस्पताल प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान सरकार द्वारा संचालित कलेवा योजना के लिए ठेकेदार के ज़रिये खाने की सप्लाई की जाती है. हर रोज़ झालावाड़ अस्पताल में भर्ती प्रसुताओं की संख्या के हिसाब से ठेकेदार खाना भेजता है. खाना ठेकेदार के यहां से बनकर आता है जिसकी पिछले कई दिनों से शिकायत है मिल रही हैं.