
Jhalawar School Accident: राजस्थान में झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव में हुए दुखद हादसे ने पूरे प्रदेश में खलबली मचा दी है. इस हादसे में कई परिवारों के घर के चिराग बुझ गए हैं. जिसमें एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने सभी को झगझोर दिया है.
हादसे के समय स्कूल में पढ़ने वाले एक बच्चे की मां और बड़ी बहन स्कूल में कचरा साफ कर रही थी और उनके सामने ही स्कूल की छत्त गिर गई. जिसमें उनके बेटे और भाई की आंखों के सामने ही मौत हो गई. मृतक बच्चे का नाम कुंदन ( उम्र 5 साल) था और वह 5वीं क्लास में पढ़ता था.
बहन की आंखों के सामने भाई की मौत
मृतक कुंदन की बड़ी बहन के बताया कि वह सुबह 7 बजे स्कूल में कचरा उठा रही थी. तभी स्कूल की बिल्डिंग हिलने लगी और उसकी छत्त से कंकर गिरने लगे. इसके बाद उन्होंने स्कूल की महिला टीचर को इस घटना के बारे में बताया, लेकिन महिला टीचर ने बच्ची को डांट दिया और बोली की चुप रहो.
मृतक बहन ने आगे बताया कि कुछ देर बाद ही स्कूल की छत्त गिर गई, जिसमें बड़े बच्चे तो भाग गए लेकिन छोटे बच्चे अंदर ही दब गए और उनकी मौत हो गई.
भागी हुई गई बच्चे की मां
मृतक कुंदन की मां ने बताया कि वह भी स्कूल में ही थी. जब उन्होंने सुना की छत्त गिर गई है तो भागी हुई गई. बच्चे की मां के पहुंचने से पहले ही हादसा हो गया था. जिसमें कुंदन की मौत हो गई. वहीं प्रशासन अब बच्चे के शव को झालावाड़ ले गया है.
जानें क्या है मामला
प्रदेश के झालावाड़ में शुक्रवार सुबह सरकारी स्कूल की दीवार और छत अचानक से गिर गई. जिसमें कई बच्चे दब गए. इस घटना में 7 बच्चों की मौत हो गई और करीब 27 बच्चे घायल हो गए. जिसके बाद परिजन सड़कों पर उतर गए हैं और लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.
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