Anita Chaudhary Murder Case: जोधपुर की बहुचर्चित अनीता चौधरी हत्याकांड में बुधवार को पुलिस ने अनीता की लाश का पोस्टमार्टम करवाया. पोस्टमार्टम से पहले पुलिस ने एक बार फिर अनीता चौधरी के परिवार से संपर्क कर पोस्टमार्टम में सहयोग करने के लिए कहा. लेकिन परिजनों के नहीं मानने पर आखिर एम्स अस्पताल में पुलिस प्रशासन द्वारा अनीता चौधरी का पोस्टमार्टम करवाया गया. मालूम हो कि अनीता की क्षत-विक्षत लाश गुलामुद्दीन के घर से मिली थी. आरोपी ने उसकी हत्या के बाद लाश के कई टुकड़े कर दिए थे.
अंकल बनकर अनीता से करता था बात
इधर अनीता हत्याकांड में पुलिस सूत्रों की माने तो अनीता को गुलामुद्दीन ने ही अपने घर बुलाया था. गुलामुद्दीन पिछले कई दिनों से अनीता को फोन पर गुमराह करके अंकल बनकर बात किया करता था और इस अंकल से मिलने के लिए ही अनीता चौधरी गुलामुद्दीन के बताये पते पर पहुंची थी.
गुलामुद्दीन साइको, अनीता की हत्या के बाद भी करता रहा काम
पुलिस सूत्रों की माने तो गुलामुद्दीन साइको है. उसे ड्रग्स लेने की भी आदत थी. गुलामुद्दीन ने अनीता की हत्या करने के बाद भी लोगों के कपड़ों पर प्रेस करना जारी रखा. उसे इस बात की चिंता नहीं थी कि घर में अनीता का शव रखा हुआ है. उसने अनीता की हत्या हथौड़े से कनपटी पर वार करके की. पुलिस ने वह हथौड़ा बरामद कर लिया है.
जिस चाकू से काटा, पुलिस ने उसे किया बरामद
इसके अलावा जिस चाकू से अनीता को काटा गया था, वह धारदार हथियार भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. इसके अलावा स्कूटी व मोबाइल भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. गुलामुद्दीन ने हत्या करने के बाद ही अपने घर के बाहर जेसीबी से गड्ढा खुदवाया था और बाद में अनीता के शरीर को 6 टुकड़ों में काटकर उसे दफनाया था.
अनीता की हत्या से पहले पत्नी और बच्चों को पीहर भेजा
गुलामुद्दीन अपनी पत्नी और बच्चों से काफी प्यार करता हैं और हत्या से पहले उसने अपने पत्नी को पीहर भेज दिया था और पत्नी के आने से पहले ही उसने अनीता की हत्या कर शव को दफना दिया था लेकिन पुलिस पूछताछ में गुलामुद्दीन पुलिस को काफी गुमराह कर रहा हैं.
मीडिया में आई खबरों को दिमाग में बैठा रखा है गुलामुद्दीन
गुलामुद्दीन अनीता चौधरी हत्याकांड के बाद मीडिया में आई हुई खबरों को लेकर भी अपने दिमाग में सब बातों को बैठा रखा था और मीडिया में आई हुई खबरों के तहत पुलिस को बयान दे रहा है. लेकिन वह बयान तस्दीक नहीं हो रहे हैं. यही कारण है कि पुलिस को इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ रही है.
जांच में पुलिस को अनीता के परिजनों से नहीं मिल रहा सहयोग
पुलिस सूत्रों की माने तो अभी भी पुलिस हर एक एंगल से इस मामले की जांच कर रही है लेकिन अनीता के परिवार का सहयोग नहीं मिलने के कारण से पुलिस को कई जानकारियां अभी नहीं मिल पाई है. वही अनीता के घर की तलाशी और दुकान की तलाशी भी नहीं हो पाई है.
17 दिन से अनसुलझी पहेली बनी है अनीता की हत्या
बता दें कि 27 अक्टूबर को अनीता चौधरी सरदारपुरा बी रोड से ऑटो में बैठकर गंगाना पहुंची थी और 30 अक्टूबर की रात्रि को 6 टुकड़ों में उसका शव आरोपी गुलामुद्दीन के घर के आगे गड्ढे में दफनाया हुआ मिला था. वही अनीता चौधरी हत्याकांड की गुत्थी 17 दिनों बाद भी अनसुलझी पहेली बनी हुई है.
हनुमान बेनीवाल से परिजनों से उम्मीद
परिवार वालों को उम्मीद है कि इस पूरे मामले में भले ही किसी भी राजनीतिक पार्टी के लोग खुलकर सामने नहीं आये, लेकिन सिर्फ आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल उनकी आवाज बने हुए थे. वह चुनाव में व्यस्त होने के कारण से नहीं आ पाए. लेकिन अब चुनाव समाप्त हो चुके हैं ऐसे में हनुमान बेनीवाल जोधपुर आकर उनको इंसाफ दिलवा पाएंगे.
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