जिले में विकसित किए गए विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल चंबल रिवर फ्रंट का मुख्य आकर्षण चंबल माता की विशाल प्रतिमा तैयार होने का साथ ही चंबल माता के कलश से होने वाले जल प्रवाह की हुई सफल टेस्टिंग पूरी कर ली गई है. 75 एचपी के 4 भारी क्षमता वाले पम्पों की टेस्टिंग के बाद ओएसडी आर डी मीना, सचिन मानसिंह मीणा आर्किटेक्ट अनूप बरतिरिया समेत न्यास अधिकारियों ने प्रसन्ता व्यक्त कर शुभकामनाएं दी और एक दूसरे का मुंह मीठा कराया.
अद्भुत जल प्रवाह देख रोमांचित हो जाएंगे पर्यटक
न्यास सचिव मानसिंह मीणा ने बताया कि अभियंताओं की टीम ने चुनौती पूर्ण एवं अद्भुत कार्य को लगन और मेहनत के साथ अंजाम तक पहुंचाया. 242 फीट ऊंची चंबल माता की प्रतिमा के कलश से जल प्रवाह के अद्भुत आकर्षण की थीम को पर्यटक देखकर पर्यटक खुद को रोमांचित होने से रोक नही पाएंगे
पूरी हुई माता के कलश से जल प्रवाह की टेस्टिंग
रिपोर्ट के मुताबिक करीब आधे घंटे तक चंबल माता के हाथ कलश से जल प्रवाह की टेस्टिंग की गई. टेस्टिंग से पूर्व विधिवत पूजा अर्चना की गई. उसके बाद रिवर फ्रंट के मुख्य आकर्षण चंबल माता के हाथों के कलश से होने वाले जल प्रवाह की टेस्टिंग की गई. चंबल माता के कलश से जल प्रवाह को सुचारू रखने के लिए इंस्टॉल किए गए 75 एचपी के 4 समरसेबल पंपों को एक-एक करके टेस्ट किया गया.
2 पाइपों के जरिए प्रतिमा के शीर्ष तक पहुंचा पानी
450 एमएम करीब डेढ़ फीट चौड़े 2 पाइपों के जरिए आधुनिक पावरफूल पम्प की सहायता से प्रतिमा के शीर्ष तक पानी को पहुंचा और कलश से जल प्रवाह हुआ. अधीक्षण अभियंता कमल मीणा ने बताया कि जल्द ही चंबल माता की प्रतिमा के आसपास लगे सपोर्टिंग स्ट्रक्चर को हटाया जाएगा इसके बाद फिर से टेस्टिंग की जाएगी.
मंत्री शांति धारीवाल के निर्देश पर हो रहा रिवर फ्रंट का कार्य
गौरतलब है चंबल रिवर फ्रंट के भव्य उद्घाटन से पूर्व चल रही अंतिम चरण की तैयारी का हर रोज यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल अधिकारियों से फीडबैक लेकर विशेष निर्देश दे रहे हैं. उद्घाटन से पूर्व पर्यटन के दोनों महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के सभी कार्यों को सुनिश्चित करने के लिए मंत्री धारीवाल की ओर से निर्देश दिए जा रहे हैं.
उद्घाटन के आयोजन को लेकर लगातार हो रही बैठक
हर रोज सुबह शाम अंतिम चरण के कार्यों एवं प्रस्तावित भव्य उद्घाटन समारोह के आयोजन को लेकर लगातार चर्चा कर तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. नगर विकास न्यास ओएसडी आरडी मीना, सचिव राजेश जोशी अंतिम चरण के चल रहे कार्यों की लगातार समीक्षा कर मौके पर विशेष निर्देश दे रहे हैं.
हर घंटे में कलश से गिरेगा 7 लाख 60 हज़ार लीटर पानी
नगर विकास न्यास अधिशासी अभियंता ललित मीणा ने बताया कि प्रतिमा के कलश से होने वाला जल प्रवाह पर्यटकों को आकर्षित करेगा इसके लिए हाई, हेड 75 एचपी के चार समरसेबल पंप इंस्टॉल किए गए हैं . टेस्टिंग के दौरान 450 एमएम करीब डेढ़ फीट चौड़े 2 पाइपों के जरिए जल का प्रवाह हुआ. प्रतिमा के कलश से प्रत्येक घंटे में 7 लाख 60 हजार लीटर पानी प्रवाहित होगा, जो रीसायकल होकर वापस पंपों के जरिए कलश से गिरेगा.
कलश से जल प्रवाह की टेस्टिंग के दौरान मुख्य अभियंता मनोज सोनी एडिशनल चीफ इंजीनियर संदीप नागपाल अधीक्षण अभियंता जेपी शर्मा पंकज कुशवाहा पवन गोचर इंजीनियर की टीम और प्रीमियम फाउंटेन टीम भी उपस्थित रहीं.