Kota Suicide: कोटा में एक और कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड का मामला सामने आया है. शनिवार देर रात बिहार के मोतिहारी जिले के रहने वाले कोचिंग छात्र आयुष ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. छात्र आयुष करीब 2 साल से कोटा में रहकर इंजीनियरिंग की प्रतियोगी परीक्षा जेईई की तैयारी कर रहा था. छात्र के सुसाइड की सूचना मिलते ही महावीर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को मेडिकल कॉलेज अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है.
2 साल से कर रहा था तैयारी
शुरुआती जानकारी के अनुसार, छात्र आयुष तलवंडी क्षेत्र में करीब 2 साल से एक पीजी में रह रहा था. फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनाक्रम के बारे में पीजी संचालक से जानकारी ली है. वहीं छात्र के परिजनों को पुलिस ने सूचना दे दी है. परिजनों के आने के बाद मृतक छात्र के शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.
नहीं पता चला आत्महत्या का कारण
जिस कमरे में छात्र रह रहा था. उसे कमरे में भी छानबीन की गई है, लेकिन पुलिस की ओर से फिलहाल आत्महत्या के कारण बारे में जानकारी साझा नहीं की गई. परिजनों के आने के बाद ही इस मामले में स्थिति स्पष्ट होगी. बता दें कि कोटा में सुसाइड को रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर से स्टूडेंटस को स्ट्रेस फ्री रखने के लिए अभियान भी चलाए जा रहे हैं. हालांकि, कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड के मामलों में पूर्णतया विराम नहीं लग रहा है.
इस साल 10 छात्रों ने की आत्महत्या
उल्लेखनीय हो कि यह इस साल का 10वां सुसाइड है. कोटा में इस साल अभी तक 10 छात्रों ने आत्महत्या की है. जबकि पिछले साल भी कोटा में दो दर्जन से अधिक छात्रों ने सुसाइड की थी. कोटा में बढ़ते सुसाइड की घटना से पूरे देश के लोग परेशान है. क्योंकि कोचिंग सिटी कोटा में देश के अलग-अलग राज्यों के लाखों बच्चों डॉक्टर-इंजीनियर बनने का सपना लिए पढ़ाई कर रहे हैं.
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