
Kota Suicide: राजस्थान की कोचिंग सिटी कोटा बीते कुछ दिनों से छात्रों के सुसाइड को लेकर सुर्खियों में है. यहां रविवार को भी दो छात्रों ने सुसाइड कर लिया था. सुसाइड की इन घटनाओं से कोटा की व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए. सोमवार को कोटा में कोचिंग स्टूडेंट सुसाइड प्रकरण को लेकर राज्यस्तर पर बनाई गई कमेटी की बैठक हुई. जिसमें शिक्षा प्रमुख शासन सचिव भवानी सिंह देथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े. सचिव के अलावा कोटा कलेक्टर और शहर एसपी सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारियों भी इस मीटिंग में शामिल हुए. मीटिंग में कोटा के बच्चों का स्ट्रेस कम करने के लिए तत्काल बड़े कदम उठाने की बात हुई. जिसके बाद यह तय किया गया कि कोटा के सभी कोचिंग संस्थानों में अगले दो महीने किसी भी प्रकार के टेस्ट या एग्जाम आयोजित नहीं किए जाएंगे.
2 महीने तक कोई टेस्ट या एग्जाम नहीं
मीटिंग के बाद कोटा कलेक्टर ओपी बुनकर ने आदेश जारी कर बताया कि शहर में अगले 2 महीने तक कोचिंग संस्थानों द्वारा करवाए जा रहे सभी प्रकार के टेस्ट और एग्जाम पर रोक लगा दी गई है. साथ ही स्टूडेंट को स्ट्रेस फ्री रखने के लिए 4 घंटे पढ़ाई के साथ-साथ 4 घंटे की फन क्लास लगाने के भी निर्देश जारी किए.
स्टूडेंट को मोटिवेट करने के लिए क्लास लगाई जाए
बैठक में निर्णय लिया गया कि स्टूडेंट को मोटिवेट करने के लिए भी क्लास लगाई जाए और सब्जेक्ट एक्सपर्ट से राय लेकर कोर्स में भी कमी लाने का सुझाव दिया गया. बैठक में जिला कलेक्टर ओपी बुनकर, शहर एसपी शरद चौधरी, कोचिंग संस्थानों व हॉस्टल एसोसिएशन के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
2 सितंबर को स्टेट लेवल कमेटी की कोटा में बैठक
मीटिंग के बाद जिला कलेक्टर ओम प्रकाश बुनकर ने कहा कि अचानक से सुसाइड के बढ़ते मामलों को लेकर तुरंत प्रभाव से जो भी एक्शन लिए जाने चाहिए वो लिए जा रहे हैं. आगामी 2 सितंबर को कोटा में स्टेट लेवल कमेटी के चेयरपर्सन और प्रिंसिपल सेक्रेटरी शिक्षा भवानी सिंह देथा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें और भी कई महत्वपूर्ण सुझाव और निर्णय लिए जाएंगे.
कलेक्टर बोले-एक दिन में दो सुसाइड से स्थिति अलार्मिंग
सोमवार को हुई बैठक में सुसाइड के तात्कालिक कारण तलाशने और इसे समाप्त करने के तरीकों पर चर्चा की गई. मीटिंग के बाद कलेक्टर ने कहा कि कोटा में एक दिन में दो स्टूडेंट के सुसाइड के बाद अलार्मिंग स्थिति बन गई है. ऐसी क्या परिस्थितियां हो गईं कि बच्चे सुसाइड कर रहे हैं. हालांकि कलेक्टर ने यह भी कहा कि किसी ने भी गाइडलाइन का उल्लंघन नहीं किया है. सभी बच्चों को वीकली ऑफ मिल रहा था.