
Chandra grahan 2025 date: साल का पहला और अंतिम चंद्रग्रहण( Chandra Grahan 2025) भाद्रपक्ष शुक्ल पूर्णिमा पर यानी सात सितंबर को लगने जा रहा है. जिसका असर भारत (India) के राजस्थान (Rajasthan) समेत हर राज्य में देखने को मिलेगा. दो साल के अंतराल के बाद चंद्रग्रहण देखा जाएगा. जिसकी अवधि साढ़े तीन घंटे की बताई गई है. जिसके कारण साढ़े तीन घंटे की अवधि का यह खंडग्रास चंद्रग्रहण ( partial lunar eclipse) पितृपक्ष की पूर्व रात्रि पर पूरे देश में एक साथ देखा जा सकेगा. सात सितंबर को ये चंद्रग्रहण कुंभ राशि और शतभिषा नक्षत्र में लगेगा.
क्या होता खंडग्रास चंद्रगहण
पूर्ण चंद्रग्रहण (lunar eclipse 2025) को ही खंडग्रास चंद्रगहण कहा जाता है. और यह तब लगता है जब पृथ्वी, चांद और सूर्य के बीच आ जाती है और चांद पृथ्वी की छाया में चला जाता है. हालांकि, चांद पूरी तरह अंधेरे में गायब नहीं होता, बल्कि लाल रंग का दिखाई देता है. जिससे इससे वैज्ञानिक भाषा में 'बल्ड मून' (Blood Moon) भी कहते है. यह अद्भुत घटना रेली स्कैटरिंग (Rayleigh scattering) नामक घटना के कारण होता है.
भारत में कितने बजे दिखाई देगा चंद्रगहण
कितने बजे तक रहेगा सूतक?
ग्रहण के सूतक काल के बारे में बताया गया है कि चंद्रग्रहण से नौ घंटे पहले सूतक लग जाता है. इस सूतक काल में बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों को छोड़कर अन्य लोगों को भोजन करना वर्जित रहता है. सात सितंबर को खंडग्रास चंद्रग्रहण से पूर्व दिन में 12:57 बजे से ग्रहण का सूतक काल शुरू हो जाएगा.
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