
Rajasthan News: राजस्थान के झालावाड़ में स्कूल हादसे के बाद सरकार कई बड़े फैसले ले चुकी है. प्रदेश में पुराने जर्जर भवनों की चिन्हित करना और फिर उन्हें जमींदोज करना जैसे फैसले हो या फिर दोषी अधिकारियों के खिलाफ एक्शन हो. अब मदन दिलावर ने प्रदेश में बने स्कूल के नए भवनों को लेकर बड़ा निर्देश दिया है. शिक्षा मंत्री ने दिलावर ने कहा कि प्रदेश में स्कूल भवन या नए कमरे में बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दें, भवन के उद्घाटन का इंतजार ना करें.
बारिश में सावधानी की जरूरत
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आगे कहा कि सरकार प्रदेश के स्कूल भवनों का सर्वे कर रही है. जो जर्जर या खतरनाक स्थिति में है. उनमें कक्षाएं न लगाने के लिए निर्देश दिए जा चुके हैं. फिर भी बारिश के मौसम को देखते हुए अतिरिक सावधानी की आवश्यकता है. स्कूल के प्रिंसिपल अपने स्तर पर भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर संवेदनशील रहें. किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं करें.
स्कूलों की मांगी भौतिक रिपोर्ट
प्रदेशभर के स्कूलों में बने क्लासरूम में तत्काल कक्षाएं लगानी शुरू कर दें, उद्घाटन करने का इंतजार न करें. बच्चों की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की गफलत में ना रहें. हर स्तर पर बच्चों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है. इससे पहले शासन सचिव कृष्ण कुणाल ने झालावाड़ हादसे के बाद प्रदेशभर के विद्यालयों के एक-एक कक्ष की भौतिक रिपोर्ट तलब की है और सभी पीईईओ को यह रिपोर्ट 30 जुलाई तक भेजने के निर्देश दिए हैं.
वहीं, सरकार ने राज्य के स्कूलों, कॉलेजों, छात्रावासों, चिकित्सा संस्थानों, सरकारी दफ्तरों, सड़कों और पुलों की सुरक्षा जांच और समयबद्ध मरम्मत सुनिश्चित करने के लिए स्थायी समितियों के गठन का निर्णय लिया है. मुख्य सचिव सुधांश पंत की तरफ से इस संबंध में आदेश जारी किए हैं. सरकार ने तय किया है कि हर साल 15 जून से पहले सभी असुरक्षित भवनों और संरचनाओं की मरम्मत का कार्य पूरा किया जाएगा. ताकि मानसून से पहले संभावित जानमाल की हानि से बचा जा सके.
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