MTS recruitment exam: कोटा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो ऑनलाइन परीक्षा में मोटी रकम लेकर नकल करवाने का काम कर रहा था. पुलिस ने परीक्षार्थियों की शिकायत के बाद जैसे ही जांच की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए. कोटा पुलिस इस गिरोह के तार जोड़ने में जुट गई है. कोटा पुलिस की गिरफ्त में आए ये चारों आरोपी परीक्षा में नकल करवाने के बदले मोटी रकम वसूल रहे थे. लेकिन कोटा में आयोजित हुई एक परीक्षा में इनकी करतूत को परीक्षार्थियों ने न सिर्फ उजागर कर दिया बल्कि पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई. इसके बाद कोटा पुलिस ने इस गिरोह पर ऐसा शिकंजा कसा कि नकल के इस खेल में जुड़े अन्य लोगों पर भी पुलिस जल्द कार्रवाई करेगी.
दरअसल, 27 नवंबर को सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज़ में मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) की ऑनलाइन परीक्षा थी. परीक्षार्थी रविप्रताप सिंह ने शिकायत दी थी कि सीट नंबर 45 पर बैठे अभ्यर्थी को पर्यवेक्षक बार-बार उत्तरों की प्रिंटेड कॉपी दे रहा है. विरोध करने पर पर्यवेक्षकों ने शिकायतकर्ता और एक अन्य अभ्यर्थी मदनसिंह से धक्का-मुक्की की. नकल सामग्री नष्ट करने की भी कोशिश की. इस दौरान परीक्षार्थियों ने हंगामा कर दिया और परीक्षा केंद्र से बाहर निकल आए.
ऑनलाइन आईटी एजुकेशन सेंटर को सील किया
परीक्षार्थियों ने नकल कराने वाली प्रिंटेड कॉपी भी पुलिस को सौंप दी और इस पूरे मामले में नकल गिरोह के सक्रिय होने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करवाई. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरकेपुरम थाना पुलिस ने ऑनलाइन परीक्षा में नकल संबंधी केस में बीएसएनएल सर्किल के पास स्थित कोटा ऑनलाइन आईटी एजुकेशन सेंटर को सील कर दिया. वहाँ से उपकरण, प्रिंटेड नकल सामग्री और सीसीटीवी फुटेज जब्त किए गए.
सीसीटीवी और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर खुलासा
जब पुलिस ने अपनी जांच आगे बढ़ाई तो परीक्षार्थियों द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि हुई. पुलिस ने मौके पर एमओबी व एसएफएल टीमों के साथ मौका निरीक्षण भी करवाया. सीसीटीवी और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर पुलिस ने नकल कराने के चार आरोपियों नितिन पहाड़िया, सूरजसिंह धनगर, विनय कुमार और सागर करूवान, को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल अदालत ने उन्हें 6 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है.
कई लोगों को सीधे चीटिंग करवाई
दरअसल पुलिस ने परीक्षा केंद्र से जब्त कंप्यूटर और प्रिंटेड सॉल्व्ड कॉपी का मूल प्रश्नपत्र से मिलान किया, जिसमें बड़ी संख्या में उत्तर हूबहू समान पाए गए. पुलिस की जांच में सामने आया है कि ये लोग परीक्षा के पहले दिन से ही नकल करवा रहे थे. 27 नवंबर को भी इन्होंने कई लोगों को सीधे चीटिंग करवाई. पुलिस को मौके पर कई चीट भी मिले थे.
एजेंसी के कई लोग भी गिरोह में शामिल
इस नकल के खेल में पेपर करवाने वाली एजेंसी के कई लोग भी गिरोह में शामिल हैं. फिलहाल 4 आरोपी पकड़े गए हैं और इनसे पूछताछ जारी है. अन्य आरोपी पकड़ में आने के बाद कई खुलासे होने की उम्मीद है. पुलिस अब यह भी पता लगा रही है कि इन्होंने एक-एक स्टूडेंट से कितने पैसे लिए और कौन-कौन लोग इसमें शामिल हैं. यही नहीं, अब तक किन-किन परीक्षाओं में इन्होंने नकल करवाने का खेल किया है, इसकी भी जांच जारी है.
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