Rajasthan News: नागौर जिले में पुंदलू गांव का बीएसएफ जवान पश्चिम बंगाल में शहीद हो गया. धाराराम पश्चिम बंगाल के रानी नगर (मुर्शिदाबाद) बीएसएफ की 156 बीएन बटालियन में हेड कांस्टेबल थे. धाराराम 03 महीने बाद ही वीआरएस लेने वाले थे. शनिवार को पार्थिक देह पैतृक गांव पहुंची, जहां पर सैन्य सम्मान अंतिम संस्कार किया गया. जवान को डॉक्टर बेटे ने मुखाग्नि दी. शहीद धाराराम को जब अंतिम संस्कार के लिए गांव में लग गया तो सभी की आंखें नम थी.
वैपन डिपॉजिट करते समय लगी गोली
सभी नौजवान शहीद धाराराम को याद कर रहे थे. जब धाराराम गांव आते थे तो अपने गांव के जवानों को फौज में नौकरी के लिए और देश की सेवा के लिए प्रेरित करता था. बीएसएफ इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने बताया कि नागौर के पुंदलू गांव निवासी धाराराम कमेडिया (45) को गुरुवार रात 8:00 बजे (26 दिसंबर) वैपन (बंदूक) डिपॉजिट करवाते समय गलती से गोली चल गई.
अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
जो उनकी आंख पर लगी, उसके बाद रानी नगर के सी एच हॉस्पिटल में इलाज के दौरान अंतिम सांस ले ली. वह पिछले 25 साल से बीएसएफ में थे. बता दें कि जब भी जवान अपनी ड्यूटी से वापस लौटते हैं तो वैपन को डिपॉजिट करते हैं. इस दौरान उन्हें चेक किया जाता है. इसी प्रक्रिया के दौरान गोली चलने सी उनकी मौत हो गई. बड़ी बात है कि 3 महीने बाद ही वीआरएस लेने वाले थे.
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