
Rajasthan News: राजस्थान में नागौर जिले के कुचामन क्षेत्र में राजस्थान सरकार की महत्वाकांक्षी राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (RGHS) में गड़बड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां इस योजना के तहत मुफ्त दवाइयों में हेराफेरी करने वाली 6 मेडिकल दुकानों पर ड्रग विभाग ने कड़ा एक्शन लिया है. जांच में अनियमितताएं पाए जाने के बाद दो दुकानों के लाइसेंस स्थाई रूप से रद्द कर दिए गए, जबकि चार दुकानों के लाइसेंस अस्थाई तौर पर निलंबित किए गए हैं.
दुकानों में बने लाखों के फर्जी बिल
नागौर के ड्रग कंट्रोलर प्रेम सिंह मीणा ने बताया कि कुचामन की 5-6 मेडिकल दुकानों पर RGHS स्कीम के तहत गलत बिलिंग की शिकायतें मिली थीं. इसके बाद जांच में पता चला कि इन दुकानों ने लाखों रुपये के फर्जी बिल बनाए. कई दुकानों ने दवाइयां बेचने का दावा किया, लेकिन वे दवाइयां उन्होंने न तो कंपनियों से खरीदीं और न ही स्टॉक में थीं. इसके अलावा कुछ दुकानों ने फार्मासिस्ट के फर्जी हस्ताक्षरों के जरिए बिल बनाए, जो नियमों का खुला उल्लंघन है.
6 मेडिकल स्टोर्स के लाइसेंस रद्द
ड्रग विभाग ने इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए गहन जांच शुरू की. इस जांच में कई अनियमितताएं सामने आईं, जैसे नियमों का पालन न करना और फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल. इसके चलते ढाई साल पहले इन दुकानों के RGHS सर्टिफिकेट और आईडी ब्लॉक कर दिए गए थे.
अब ताजा कार्रवाई में दो मेडिकल स्टोर्स के लाइसेंस हमेशा के लिए रद्द किए गए, जबकि चार अन्य के लाइसेंस कुछ समय के लिए निलंबित किए गए.
ड्रग्स विभाग ने की सख्त कार्रवाई
यह कार्रवाई क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है. RGHS जैसी जनकल्याणकारी योजना में धांधली की खबर ने लोगों को हैरान किया है. ड्रग विभाग ने साफ किया कि ऐसी गड़बड़ियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भविष्य में भी सख्ती जारी रहेगी.
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