CM Bhajan Lal News: नए साल की पहली सुबह राजस्थान के लोगों के लिए भले ही कोहरे की चादर में लिपटी रही हो, लेकिन कड़ाके की ठंड में भी लोग इस मौके पर भगवान के दर्शन के लिए मंदिरों का रुख करना नहीं भूले. बुधवार को साल 2025 की पहली सुबह प्रदेश के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली.
सीएम भजनलाल शर्मा ने परिवार के साथ मुकुट मुखारविंद मंदिर में पूजा अर्चना की और श्रद्धालुओं को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी. #CMBhajanlalSharma | #RajasthanNews pic.twitter.com/TSCmF8zrLP
— NDTV Rajasthan (@NDTV_Rajasthan) January 1, 2025
सीएम ने भी किए गिर्राज महाराज के किए दर्शन
उधर, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को नववर्ष की पहली सुबह सबसे पहले दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी धाम और पूंछरी का लोटा (डीग जिला) स्थित श्रीनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की. नए साल की पहली सुबह सीएम सबसे पहले दौसा के मेहंदीपुर बालाजी धाम पहुंचे. जहां मंदिर महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज के सानिध्य में सीएम शर्मा ने मंत्रोच्चार के साथ सभी रस्में पूरी करते हुए पूजा-अर्चना की. इसके बाद सीएम शर्मा ने डीग जिले के पूंछरी का लौठा स्थित श्रीनाथजी मंदिर में गिर्राज महाराज के दर्शन किए. यहां उन्होंने पूजा-अर्चना की और वर्ष 2025 में प्रदेश की तरक्की और लोगों की खुशहाली की कामना की.
सीकर से चित्तौड़गढ़ तक मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
वहीं दूसरी ओर प्रदेश के मंदिरों में भी नए साल की शुरुआत विभिन्न मंदिरों में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ हुई. सुबह मंदिरों के पट खुलते ही श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन कर नए साल की शुरुआत मंगलमय की. चूरू के सिद्धपीठ सालासर बालाजी धाम, चित्तौड़गढ़ के सांवलिया सेठ में नए साल में दर्शन की कामना के साथ देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने बालाजी के दर्शन कर देश-प्रदेश में खुशहाली की कामना की। वहीं सीकर के खाटूश्याम में भी श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन के लिए 31 दिसंबर की रात से ही 14 लाइनों में लगकर नए साल की शुरुआत कर रहे हैं.
बीकानेर के करणी माता मंदिर में भक्तों को मिला सावन भादो कढ़ाई महाप्रसाद
नए साल के आगमन पर देशनोक स्थित करणी मंदिर में भी भक्तों की खासी रौनक रही.हजारों की संख्या में लोग नए साल पर माता का आशीर्वाद लेने यहां पहुंचे. माता के चरणों में सावन भादो कढ़ाई महाप्रसादी का आयोजन किया गया. दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं का कहना है कि नए साल पर किसी होटल में जाकर नाचने-गाने और शराब पीने से बेहतर है कि करणी माता के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया.
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