राजस्थान की देवस्थान विभाग मंत्री शकुंतला रावत दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र में पहुंची, जहां उन्होंने राजस्थान सरकार की संपत्तियों और मंदिरों की जानकारी ली. इसके अलावा उन्होंने देवस्थान विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए.
मंत्री शकुंतला रावत शनिवार को सबसे पहले गोवर्धन पहुंची, वहां उन्होंने पूजा अर्चना की. उसके बाद वह मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि पहुंची, वहां से मंदिर के दर्शन करने के बाद वो सीधे वृंदावन पहुंची. सहायक आयुक्त के साथ बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार मंदिरों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है. राजस्थान के सभी मंदिरों को उन्होंने पूजा पाठ और पोशाक के लिए धन आवंटित किया है.
इसमें मंदिरों की टूट-फूट, पेंटिंग्स, शौचालय, सफाई सहित मंदिरों के संरक्षण के लिए धनराशि खर्च की जाएगी. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में राजस्थान के देवस्थान विभाग की काफी संपत्तियां हैं. उनके संरक्षण और संवर्धन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि राजस्थान में कोरोना के दौरान हमारी धार्मिक प्रवृत्ति के कारण ही भगवान का आशीर्वाद रहा, जिससे कोई बड़ी आपदा नहीं आई. कृष्ण जी और राधा रानी का पूरा आशिर्वाद रहा. राजस्थान सरकार की योजनाओं का जिक्र करते उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री की जनकल्याणकारी योजनाए पूरे राजस्थान सहित देश के लिए वरदान साबित हो रही है.
उन्होंने कहा, केंद्र सरकार भी राजस्थान की योजनाओं का लोहा मान रहा है. उन्होंने बताया कि चाहे स्वास्थ्य का क्षेत्र हो या पर्यटन का क्षेत्र में हो या फिर शिक्षा का क्षेत्र हो, सभी क्षेत्रों में राजस्थान अव्वल नंबर पर है. राजस्थान में कांग्रेस ने कभी भी धर्म के खिलाफ कोई कार्य नहीं किया और बीजेपी वाले सिर्फ अफवाह फैलाते हैं.
वहीं, संसद और विधानसभा में आरक्षण 33 फीसदी आरक्षण देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले ही पंचायत चुनाव में महिलाओं को आरक्षण दे चुकी है. 18 साल के वोटर बनाने का काम भी कांग्रेस सरकार ने किया था. भाजपा सिर्फ भाषण देना जानती है. महिलाओं को अगर आरक्षण देना ही है तो अगले चुनाव का इंतजार क्यों? इसी चुनाव से देना चाहिए.
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