
Pali News: राजस्थान में एक पति की क्रूरता ने इलाके में सनसनी फैला दी है. उसने अपनी 9 महीने की गर्भवती पत्नी को कुएं में धकेल कर मारने की कोशिश की. लेकिन जिस पर भगवान का आशीर्वाद हो उसे मारना आसान नहीं होता. 28 घंटे तक लटके रहने के बाद उसकी जान बच गई. जिसके बाद वह कुएं से बाहर आ गई.
पानी मांगन पर पति ने पत्नी को दिया धक्का
घटना पाली के मारवाड़ थाना क्षेत्र के बरसा गांव की है, जहां 9 माह की गर्भवती पत्नी ने जंगल में पति से पानी मांगा. जिस पर उसने पत्नी को कुएं में धक्का दे दिया. इसके बाद पति ने उसमें लकड़ियां भी फेंकी और भाग गया. नीचे गिरते समय महिला ने हिम्मत दिखाई और कुएं के पास 60 फीट गहरे गड्ढे में गिरते समय उसका हाथ फंस गया. इसी के सहारे महिला करीब 28 घंटे तक कुएं में लटकी रही.
राहगीरों ने पुलिस को दी सूचना
बचने की उम्मीद में वह मदद के लिए चिल्लाती रही. इसी बीच राहगीरों ने उसकी आवाज सुनी और पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची मारवाड़ जंक्शन थाना पुलिस ने उसे बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया.
फरार पति को तलाश कर रही पुलिस
एसएचओ भारत सिंह रावत ने बताया कि पीड़िता 21 वर्षीय कंचन है, जो बरसा गांव की रहने वाली है. उसे पति की दो बीवियां है. के साथ लड़कियां लेने गई थी, जहां प्यास लगने पर पानी मांगने पर उसके पति ने शुक्रवार को दोपहर 2 बजे कुएं में धक्का दे दिया था. करीब 28 घंटे बाद राहगीरों की सूचना पर शनिवार शाम करीब 6:00 बजे पुलिस की मदद से उसे बाहर निकाला गया.
पति से पानी निकालने को कहा तो दिया धक्का
पीड़िता कंचन ने बताया कि उसके पति की दो पत्नियां हैं, जो दोनों एक साथ रहती हैं. शुक्रवार को वह अपने पति मगाराम के साथ लकड़ियां लेने गोडावास के पास जंगल में गई थी. दोपहर करीब 2:00 बजे भीषण गर्मी में प्यास लगी तो मैं अपने पति के साथ जंगल में एक कुएं पर पानी पीने चली गई. यहां मैंने अपने पति से पानी निकालने को कहा, जिस पर उसने मुझे पीछे से कुएं में धक्का दे दिया.
28 घंटे तक कुएं में लटकी रही
कंचन ने बताया कि धक्का देने के बाद पति ने ऊपर से लकड़ियां फेंकी थी. किस्मत अच्छी थी कि कुएं में गिरते समय उसका हाथ एक गड्ढे में अटक गया. और उसी के सहारे कुएं में बैठी रही जीने की आस में बार-बार मदद के लिए चिल्लाती रही .इस इलाके में लोगों की आवाजाही कम ही रहती है लेकिन उसने उम्मीद नहीं छोड़ी.
परिवार के साथ लकड़ी लेने आए बच्चों ने सुनी आवाज
कंचन ने बताया कि शनिवार शाम करीब 6:00 बजे जंगल में लकड़ी लेने परिवार आया था. उनके साथ कुछ बच्चे भी आए इन बच्चों ने उसकी चिल्लाने की आवाज सुनी. इसके बाद वह अपने परिजनों को कुएं तक लेकर पहुंचे. उन लोगों ने मुझे देखा तो और लोगों को बुलाया और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने रस्सा मंगाकर उसे बाहर निकाला .पति ने मुझे कुएं में धक्का क्यों दिया. इसके बारे में नहीं जानती .पति ने मुझे कहा था कि इस कुएं पर तू और दूसरे कुएं पर दूसरी पत्नी रहेगी मैं आकर मिलता रहूंगा.
यह भी पढ़ें: Rajasthan: उम्मेद सागर पर अतिक्रमण हटाने की तैयारी, हाईकोर्ट से याचिका खारिज