दौसा जिले में कोतवाली पुलिस ने रविवार को मोबाइल चोरी में लिप्त अपराधियों पर नकेल कसने के लिए एक नया फार्मूला निकला है. कोतवाली पुलिस ने पकड़े गए मोबाइल चोरों को भरे बाजार लेकर पहुंच गई और वहां उनका परेड कराया, जो अब जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है
हालांकि कोतवाली पुलिस द्वारा मोबाइल चोरों की सार्वजनिक परेड को लेकर सवाल भी उठने शुरू हो गए हैं. हालांकि कोतलवाली पुलिस का कहना है कि अब जिले सभी मोबाइल चोरों को इसी तरह सार्वजनिक जुलूस निकाल कर घुमाया जाएगा. अपराधियों को भरे बाजार सड़कों पर परेड कराना कहां तक न्यायसंगत है, इस पर कोतवाली पुलिस चुप्पी साध ली.
गौरतलब है यह पहली बार है कि राज्य के किसी जिले में मोबाइल चोरी में शामिल चोरों की सार्वजनिक परेड करायी गयी है. मोबाइल चोरी के आरोपियों की सरेआम परेड पर सवाल उठना स्वाभाविक है, क्योंकि दौसा कोतवाली पुलिस की यह कार्रवाई कितनी तार्किक और वैध है, इसका जवाब पुलिस के पास भी नहीं है.
हालांकि मामले पर सफाई देते हुए दौसा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश अग्रवाल ने कहा है कि अपराधियों को बीच बाजार जुलूस नहीं निकल गया, बल्कि उन्हें मौका तस्दीक लिए ले जाया गया था और मौका तस्दीक के लिए जरूरी नहीं कि अपराधियों को गाड़ी में बैठाकर ले जाया जाए उन्हें पैदल भी ले जाया जा सकता है.
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