![विधायक जुबेर खान के साथ पुलिस ने की धक्का-मुक्की, कहा- '5 बार विधायक रहा हूं ऐसा शासनकाल नहीं देखा' विधायक जुबेर खान के साथ पुलिस ने की धक्का-मुक्की, कहा- '5 बार विधायक रहा हूं ऐसा शासनकाल नहीं देखा'](https://c.ndtvimg.com/2024-04/dgcvkkso_zubair-khan_625x300_15_April_24.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Rajasthan News: राजस्थान के अलवर में सोमवार (15 अप्रैल) को कांग्रेस की दिग्गज नेता प्रियंका गांधी का रोड शो आयोजित किया गया. इस रोड शो में भारी संख्या में लोग जुटे थे. वहीं इस रोड शो में रामगढ़ के विधायक जुबेर खान के साथ एक अजीब घटना हुई. जिसके बाद विधायक काफी नाराज हुए. दरअसल, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के रोड शो समाप्त होने पर पुलिस द्वारा रामगढ़ के विधायक जुबेर खान के साथ अभद्र व्यवहार किया गया.
अब रामगढ़ के विधायक जुबेर खान के साथ अभद्र व्यवहार का मामला तूल पकड़ लिया है. उन्होंने कहा है कि इसकी शिकायत सरकार से उच्च अधिकारियों से की जाएगी.
रोड शो में विधायक को नहीं पहचान पाए पुलिसकर्मी
जानकारी के अनुसार प्रियंका गांधी का रोड शो आज अलवर में शहीद स्मारक से शुरू हुआ और काशीराम चौराहे के पास समाप्त हुआ. जैसे ही वहां पर रामगढ़ के विधायक जुबेर खान उस गाड़ी में मौजूद थे. जिस गाड़ी में प्रियंका गांधी रोड शो कर रही थी समापन के उपरांत जब विधायक जुबेर खान नीचे उतरकर जाने लगे तो वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें नहीं पहचाना और उनके साथ धक्का मारते हुए बाहर की तरफ कर दिया. यह नजारा खुद प्रियंका गांधी बाबा जितेंद्र सिंह पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उसे गाड़ी से अपनी आंखों के सामने देखते रहे वहां मौजूद पुलिसकर्मी विधायक को नहीं पहचान पा रहे थे. विधायक के साथ अभद्र व्यवहार करने वाले सदर थाने के थाना प्रभारी बताए गए हैं.
राजस्थान के अलवर में सोमवार (15 अप्रैल) को कांग्रेस की दिग्गज नेता प्रियंका गांधी का रोड शो आयोजित किया गया. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के रोड शो समाप्त होने पर पुलिस द्वारा रामगढ़ के विधायक जुबेर खान के साथ अभद्र व्यवहार किया गया. अब रामगढ़ के विधायक जुबेर खान के साथ अभद्र… pic.twitter.com/97ef09RjEz
— NDTV Rajasthan (@NDTV_Rajasthan) April 15, 2024
प्रोटोकॉल के अनुसार नहीं थी सुरक्षा
इसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधायक जुबेर खान ने कहा कि यह ऐसा पहला मामला है जब उनके साथ ऐसी वाक्य हुआ है. जब वीआईपी मोमेंट उसेसाइड में था नहीं तो मेरे साथ अभद्र व्यवहार करने की बात समझ में नहीं आई और उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था. इसकी शिकायत हुए उच्च अधिकारियों से करेंगे. उन्होंने पुलिस प्रशासन की भी आलोचना करते हुए कहा कि ऐसे पुलिस कर्मियों को ड्यूटी में लगाना चाहिए जो कम से कम जनप्रतिनिधियों को पहचाने. उन्होंने इस बात की भी आलोचना की की पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सुरक्षा में और प्रोटोकॉल में इतने पुलिसकर्मी नहीं लगाए गए जो उन्हें मिलनी चाहिए थी. उनसे जब यह पूछा गया कि खुद मुख्यमंत्री भजन लाल किसी भी चौराहे पर लाल बत्ती से नहीं निकलते तो इस सवाल पर उन्होंने कहा कि हो सकता है लेकिन अभी नियम ऐसे बने नहीं हैं और नियम अनुसार पूर्व मुख्य मंत्री को प्रोटोकॉल दिया जाना चाहिए.
5 बार विधायक रहा हूं लेकिन ऐसा शासनकाल नहीं देखा
उन्होंने कहा पांच-पांच 10 मिनट तक रेड लाइट पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के काफिले को रोका गया.उन्होंने कहा कि मैं 5 बार विधायक रहा हूं और मैंने कई मुख्यमंत्री के शासनकाल देखे हैं लेकिन ऐसा शासन काल पहली बार देखा है जहां जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है.
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