Pratapgarh Police Action: राजस्थान का प्रतापगढ़ जिला ड्रग्स तस्करी के लिए पूरे प्रदेश में कुख्यात है. यहां के ड्रग्स तस्करों का नेटवर्क पूरे देश में फैला है. बीते दिनों भोपाल में पकड़े गए 1800 करोड़ के ड्रग्स नेटवर्क में भी प्रतापगढ़ के माफियाओं का नाम सामने आया था. इस बीच गुरुवार को प्रतापगढ़ में पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करी के मामले में फरार चल रहे बाप-बेटे सहित तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है. नशे के लिए कुख्यात देवल्दी गांव में छापेमारी के दौरान पुलिस ने यह कार्रवाई की.
16 दिसंबर को 40 करोड़ का ड्रग्स बनाने का केमिकल मिला था
इस दौरान मौके से 4 कार और 6 बाइक भी बरामद की गई. आरोपी तस्कर मानवाधिकार एवं पत्रकारिता की आड़ में तस्करी का कार्य करते थे. एसपी विनीत कुमार बंसल ने बताया कि बीती 16 दिसंबर को पुलिस ने देवल्दी गांव में दबिश के दौरान मादक पदार्थ एमडी बनाने की एक फैक्ट्री पकड़ी थी,मौके से पुलिस ने बड़ी मात्रा में ड्रग्स बनाने के उपकरण और लगभग 40 करोड़ रुपए का ड्रग्स बनाने का केमिकल जब्त किया था लेकिन आरोपी मौके से फरार हो गए थे.
देवल्दी गांव में पुलिस ने दी दबिश, 3 तस्कर गिरफ्तार
तभी से पुलिस लगातार इस गांव और आसपास के इलाकों में दबिश दे रही है. इसी कड़ी में आज देवल्दी गांव में दबिश के दौरान पुलिस ने कोतवाली थाने में दर्ज मादक पदार्थ तस्करी के मामले में फरार वकील खान उसके बेटे समीर खान और फरीद खान पठान को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने मौके से 4 कार और 6 बाइक भी जब्त की है.
वकील खान का भोपाल में पकड़े गए ड्रग्स तस्करी से भी लिंक
आरोपी वकील खान का एक और बेटा शोएब खान फरार चल रहा है जिसका सीधा कनेक्शन कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश के भोपाल में पकड़ी गई एक ड्रग्स फैक्ट्री से रहा है. भोपाल की इस फैक्ट्री में 1800 करोड रुपए का एमडी ड्रग्स मिला था, तभी से प्रतापगढ़ के देवल्दी का नाम सुर्खियों में था.
वकील खान पठान का कहानी आई सामने
कोतवाली थाना अधिकारी दीपक बंजारा और अरनोद थाना अधिकारी हजारीलाल मीणा के नेतृत्व में विभिन्न थानों के पुलिसकर्मियों की टीम बनाकर कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इस दौरान सामने आया कि वकील खान पठान अपने आप को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार जर्नलिस्ट एसोसिएशन का प्रदेश सचिव बताता था.
आरोपी वकील खान खुद को पत्रकार और मानवाधिकार संगठन का सचिव बताता था
उसके पास से पुलिस ने एक नेम प्लेट और आईडी कार्ड भी बरामद किया है. बताया जा रहा है कि वकील खान स्वयं को पत्रकार और मानवाधिकार संगठन का प्रदेश सचिव बताते हुए इसकी आड़ में तस्करी का कारोबार कर रहा था. पुलिस अब तीनों से पूछताछ में जुटी है, पूछताछ में ड्रग्स कारोबार से जुड़े कई अहम खुलासे हो सकते हैं.
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