
Rajasthan News: पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया 1 दिन के दौरे पर भीलवाड़ा में रहे. जिले के शाहपुरा क्षेत्र में उन्होंने तुलसी गौशाला का शिलान्यास किया. अपनी बेबाकी के लिए मशहूर महामहिम कटारिया ने जमकर खरी-खरी सुनाई. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को ऐसे कार्यक्रमों में आना चाहिए.
उन्होंने कहा कि विधायक और जनप्रतिनिधि ऐसे कार्यक्रम में आते और बाद में लोगों के सामने जानकारी रखते तो इसका फायदा लोगों को मिलता. महामहिम कटारिया यही नहीं रुके उन्होंने तंज करते हुए कहा कि जनता ईमानदारी से मतों का इस्तेमाल नहीं करेगी तो मत पेटी में से ईमानदार नेता कैसे बाहर निकलेंगे. जब तुम्हारे दिमाग में ही बेइमानी है तो पेटी में से ईमानदारी पैदा कैसे होगी.
महाराणा प्रताप और पन्नाधाय प्रेरणादायक
महामहिम राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने अपने उद्बोधन में देश के महान नेताओं और उनकी तपस्या को याद किया. उन्होंने कहा कि जनता हमेशा नेतृत्व नहीं करती, बल्कि नेतृत्व अकेले शिवाजी और महाराणा प्रताप जैसे वीर करते हैं.
महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के युद्ध में बिना साधन और सेना के विजय प्राप्त की. भगवान एकलिंगनाथ ने भी उनकी मदद की. पन्नाधाय का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक साधारण महिला भी मानवता में पूजनीय बन सकती है. यह उनकी शक्ति और समर्पण का प्रतीक है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी का प्रयास
पूर्व गृहमंत्री कटारिया ने भ्रष्टाचार को देश का सबसे बड़ा राक्षस बताया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीति के भ्रष्टाचार को कुचलने का प्रयास किया है. गरीबों के नाम पर आए पैसे हड़पने वालों को कटारिया ने आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग हवेलियां तो बना लेते हैं, लेकिन अंततः बीमार होकर अपनी हवेली में भी घूम नहीं सकते.
महामहिम बनने का ईश्वरीय योग
राज्यपाल कटारिया ने कहा कि महामहिम बनना उनके लिए ईश्वरीय योग है. उन्होंने सभा में मौजूद कार्यकर्ताओं की तपस्या और योगदान को सराहा. उन्होंने कहा कि वे जनता के बीच के साथी हैं और जनता की सेवा ही उनका उद्देश्य है.
देश करवट ले रहा है
कटारिया ने कहा कि देश आज करवट ले रहा है. उन्होंने जनप्रतिनिधियों को सेवा का महत्व समझाते हुए कहा कि जनता की आलोचना को आशीर्वाद मानकर आगे बढ़ना चाहिए. यह देश की प्रगति और लोकतंत्र की ताकत का प्रतीक है.