Rajasthan News: विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेला (Pushkar Fair) इस बार एक अप्रिय विवाद को लेकर चर्चा में आ गया है. मेले में तैनात पुलिस कर्मियों पर श्री तीर्थ गुरु पुष्कर पुरोहित संघ ट्रस्ट (Shri Tirtha Guru Pushkar Priest Association Trust) ने पुजारियों और पुरोहितों के साथ दुर्व्यवहार करने का गंभीर आरोप लगाया है. संघ ने इस संबंध में उपखंड अधिकारी (SDM) सहित कई प्रशासनिक अधिकारियों को लिखित शिकायत सौंपी है.
क्या है पुजारियों का आरोप?
संघ के सचिव कैलाश पाराशर द्वारा सौंपे गए पत्र में कहा गया है कि मेले के दौरान ड्यूटी पर तैनात कुछ पुलिस अधिकारियों और जवानों ने स्थानीय पुजारियों को बेवजह रोका. आरोप है कि उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया, जिससे पुरोहित समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं.
'पुष्कर की संस्कृति पर चोट'
पुरोहित संघ का कहना है कि पुष्कर मेला आस्था और परंपरा का केंद्र है, जहां पुजारी और साधु-संत सदियों से पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं. इसके बावजूद, उन्हें तीर्थ क्षेत्र में प्रवेश के लिए रोका गया और उनकी पहचान पर सवाल उठाए गए. संघ ने इस व्यवहार को न केवल पुजारियों का अपमान बताया, बल्कि इसे 'तीर्थ पुजारियों की अस्मिता और पुष्कर की परंपरा पर चोट' करार दिया है.
तीर्थ पुरोहित संजय पाराशर ने चेतावनी दी है कि यदि इस तरह की घटनाएं दोबारा हुईं, तो पूरा पुरोहित समाज सामूहिक रूप से विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होगा.
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
शिकायत मिलने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है. उपखंड अधिकारी (SDM) गुरु प्रसाद तंवर ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'तीर्थ पुरोहितों की शिकायत पर संबंधित पुलिस अधिकारियों से जानकारी मांगी गई है. जांच करने पर जिस भी अधिकारी या जवान की लापरवाही सामने आएगी, उसके विरुद्ध निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी.'
पुरोहित संघ ने मांग की है कि पुलिस कर्मियों को स्थानीय धार्मिक भावनाओं के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए विशेष निर्देश दिए जाएं, ताकि मेले की मर्यादा बनी रहे.
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