
Rajasthan Politics: राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने 9 महीने बाद विभागीय कामकाज फिर से संभाल लिया है. मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने विभाग की कोई बैठक नहीं ली थी, जिससे विभागीय कार्यों में शिथिलता आ गई थी. अब दोबारा कमान संभालते ही उन्होंने स्पष्ट किया है कि उनकी प्राथमिकता विभाग को करप्शन फ्री बनाना और काम नहीं करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करना होगा. सोमवार (7 अप्रैल) को विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. कृषि विभाग के अधिकारियों की क्लास लगा दी.
अधिकारियों से ली फीडबैक
मीणा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को किसानों तक पहुंचाना जरूरी है. विभागीय बैठक में कई जगहों से करप्शन की शिकायतें सामने आई हैं, जिन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. विभागीय योजनाओं को लेकर अधिकारियों से फीडबैक ली. योजनाओं को अंतिम पंक्ति में बैठे किसान तक पहुंचाने पर जोर दिया.
किरोड़ी बोले- कोई गिले-शिकवे नहीं
उन्होंने यह भी साफ किया कि अब उनके मन में कोई गिले-शिकवे नहीं हैं. पहले भी नहीं थे, लेकिन चुनाव हारने के बाद इस्तीफा देना जरूरी था, नहीं तो मीडिया लगातार सवाल पूछती रहती है. अब पार्टी आलाकमान ने कहा है कि काम शुरू करो, इसलिए फिर से सक्रिय हुआ हूं.
"गहलोत अपने कार्यकाल की करें समीक्षा"
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा MSP खरीद पर दिए बयान पर पलटवार करते हुए मीणा ने कहा कि गहलोत को पहले अपने कार्यकाल की समीक्षा करनी चाहिए. राजस्थान में MSP खरीद का कोई मुद्दा नहीं है, किसानों की कोई शिकायत नहीं है. वहीं, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के तंज पर मीणा ने हल्के फुल्के अंदाज़ में कहा, वो मेरे साढ़ू हैं, मेरा विशेष ध्यान रखते हैं.
पिछले साल मंत्री पद से दिया था इस्तीफा
किरोड़ी लाल मीणा ने 4 जुलाई 2024 (गुरुवार) को जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान किया था. उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था. इसके बाद वो किसी भी सरकारी और गैर सरकारी कार्यक्रम में मंत्री के रूप में शामिल नहीं हुए. यहां तक सदन की कार्यवाही में भी स्वास्थ्य का हवाला देकर गैर हाजिर रहे.
डॉ. किरोड़ी लाल को पूर्वी राजस्थान की 7 लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी पीएम नरेंद्र मोदी ने दी थी. सात सीटों में से 3 सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. दौसा और टोंक लोकसभा क्षेत्र में उनका बड़ा प्रभाव था. चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने दावा किया था कि दौसा और टोंक में बीजेपी प्रत्याशी की जीत होगी. भाजपा प्रत्याशी के हार पर वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. भाजपा के प्रत्याशी दोनों ही सीटों पर हार गए थे.
मंत्री के रूप में किसान मेले का किया उद्घाटन
इसके बाद 25 मार्च 2025 (मंगलवार) को वे बीकानेर में बतौर कृषि मंत्री राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय और कृषि विभाग द्वारा आयोजित किसान मेले का उद्घाटन करने पहुंचे थे. मीडिया से बातचीत में किरोड़ी लाल ने कहा था, "मैं यहां से पढ़ा हुआ हूं, बीकानेर मेरी कर्मभूमि है. मेरा यह सौभाग्य है कि मैं डॉक्टर बनकर आया और आज मंत्री बनकर भाषण दिया." नाराजगी से जुड़ सवाल पर उन्होंने कहा, "मैं कब नाराज था. मेरी किसी से कोई नाराज़गी नहीं."
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