Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर में कांग्रेस प्रदर्शन के दौरान मंच से बोलते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता रघु शर्मा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कलेक्टर, एसपी सहित प्रशासनिक अधिकारियों पर तीखे और आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया. नेताओं ने अधिकारियों को “नीच” और “निकम्मे” कहकर संबोधित किया, जिस पर मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने तालियां बजाईं.
केंद्र के इशारों पर काम कर रहा प्रशासन
इसके साथ ही गोविंद सिंह डोटासरा ने भी प्रशासन पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि वे केंद्र के इशारों पर काम कर रहे हैं. मंच से ये शब्द सुनते ही मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार तालियां बजाईं.
इस घटना ने सियासी मर्यादा पर नई बहस छेड़ दी है. क्या राजनीतिक विरोध में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल सही है? यह सवाल अब हर तरफ उठ रहा है.
मनरेगा को खत्म करने की कोशिश
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाकर योजना की मूल भावना को खत्म करने की कोशिश कर रही है. रघु शर्मा ने कहा कि मनरेगा सिर्फ एक योजना नहीं बल्कि गांवों के गरीबों किसानों और मजदूरों के लिए रोजगार का बड़ा साधन है.
इसने पलायन रोका और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया. लेकिन अब इसे कमजोर करके रोजगार के अधिकार पर हमला किया जा रहा है. डोटासरा ने चेतावनी दी कि राजस्थान ऐसे हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा. प्रदर्शन में हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए जिन्होंने नारे लगाकर अपना गुस्सा जाहिर किया.
राज्यव्यापी आंदोलन की शुरुआत
डोटासरा ने आगे कहा कि 'मनरेगा पर हमला नहीं सहेगा राजस्थान' कांग्रेस ने इस प्रदर्शन को बड़े आंदोलन की शुरुआत बताया. 'मनरेगा पर हमला नहीं सहेगा राजस्थान' नाम से शुरू हुए इस अभियान की शुरुआत अजमेर से हुई. नेताओं ने ऐलान किया कि यह लड़ाई सिर्फ एक शहर तक नहीं रुकेगी बल्कि पूरे राज्य के गांव-गांव तक पहुंचेगी.
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