
Rajasthan New: sराजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य (MAA) योजना गंभीर बीमारियों से जूझ रहे रोगियों के लिए वरदान साबित हो रही है. इस योजना के माध्यम से अब तक लगभग ढाई लाख गंभीर रोगियों को 1900 करोड़ रुपये का कैशलेस उपचार उपलब्ध करवाया गया है, जिससे उनके जीवन में नई उम्मीद जगी है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने बताया कि पूर्ववर्ती स्वास्थ्य बीमा योजनाओं में कई खामियां थीं. गंभीर रोगियों को समय पर पूरी चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाती थी.
19 फरवरी 2024 को शुरू हुई योजना
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गरीब और जरूरतमंद मरीजों की तकलीफ को देखते हुए 19 फरवरी 2024 से नई योजना शुरू की. योजना के सुधार और पैकेज की संख्या बढ़ाने के बाद यह गंभीर रोगियों के लिए जीवनदायिनी बन गई. योजना में शुरुआत में कैंसर के 73 नए डे-केयर पैकेज जोड़े गए. इसके बाद चरणबद्ध रूप से गीरियाट्रिक केयर, किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य, ओरल कैंसर, विशेष योग्यजनों के लिए पैकेज, रोबोटिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी एवं स्किन ट्रांसप्लांट, कार्डियोथोरासिक और वेस्कुलर सर्जरी, आयुष सहित अन्य पैकेज शामिल किए गए.
शासन सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, गायत्री राठौड़ ने बताया कि पिछले 1800 पैकेज की तुलना में अब योजना में करीब 2200 पैकेज उपलब्ध हैं, जिससे गंभीर रोगियों को उपचार में आसानी हुई. राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरजीलाल अटल ने जानकारी दी कि डेढ़ वर्ष में योजना के तहत लगभग ढाई लाख गंभीर रोगियों को करीब 1900 करोड़ रुपये का कैशलेस इलाज उपलब्ध कराया गया.
इसमें हृदय रोग के 1 लाख 23 हजार, कैंसर के 96 हजार, डायलिसिस के 20 हजार, डायबिटीज के 6700, कॉकलियर इम्प्लांट के 452, बोनमेरो ट्रांसप्लांट के 300, किडनी ट्रांसप्लांट के 760 और लीवर ट्रांसप्लांट के 77 रोगी शामिल हैं. कैंसर रोगियों के लिए 800 करोड़, हृदय रोगियों के लिए 850 करोड़ और डायलिसिस के रोगियों के लिए 200 करोड़ रुपये का कैशलेस उपचार उपलब्ध कराया गया.
6 हजार करोड़ का कैशलेस उपचार
योजना में अब तक 1 करोड़ 34 लाख परिवार पंजीकृत हैं. वित्तीय वर्ष 2025-26 में राज्य सरकार ने 132 नए पैकेज जोड़े हैं. 19 फरवरी 2024 से 03 अक्टूबर 2025 तक 50 लाख से अधिक रोगियों को इस योजना के तहत लगभग 6 हजार करोड़ रुपये का कैशलेस उपचार दिया जा चुका है. योजना के तहत राज्य में अंग प्रत्यारोपण मुफ्त उपलब्ध है. यदि मरीज अन्य राज्यों में अंग प्रत्यारोपण करवाता है, तो व्यय की सीमा तक पुनर्भरण और मरीज तथा एक परिजन को हवाई टिकट का पुनर्भरण किया जाता है.