राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक है और नेताओं के रूठने मनाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. सीएम अशोक गहलोत का काफिला गुरूवार को कोटा में वरिष्ठ कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री और सांगोद से विधायक भरत सिंह के आवास गुमानपुरा पर पहुंचा.सरकार से नाराज की जाहिर कर चुके विधायक भरत सिंह ने अपने आवास पर आए सीएम गहलोत का वेलकम किया और चाय की चुस्की लेते हुए दोनों के बीच 15 मिनट तक वार्ता हुई.
भरत सिंह बोले सीएम ने दिखाया बड़प्पन
अभी दो दिन पहले ही सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी देकर अपना सिर मुंडवाने वाले भरत सिंह भी अशोक गहलोत के उनके घर आकर चाय पीने के आग्रह के बाद अचंभित नजर आए. उन्होंने कहा, मैं पिछले काफी समय से कई मुद्दों पर सरकार के खिलाफ बयान बाजी कर रहा हूं, मेरे सभी मुद्दे जनता से जुड़े हैं. सीएम गहलोत ने कोटा आकर मुझसे मुलाकात करने का जो बड़प्पन दिखाया है वह उनके व्यक्तित्व की पहचान है.
भरत सिंह
सीएम गहलोत से मुलाकात के बाद मिटे गिले-शिकवे
भरत सिंह द्वारा मीडिया में दिए गए बयान से अटकले लगाई जा रही हैं कि फिलहाल उनके गिले शिकवे दूर हो चुके हैं, लेकिन भरत सिंह ने कहा है कि वो जिन मुद्दों को लेकर मांग उठा रहे हैं. वह मांग उनकी जारी रहेगी. सांगोद विधायक भरत सिंह ने दो दिन पूर्व गहलोत सरकार के खिलाफ नाराजगी दिखाते हुए अपना सिर मुंडवा लिया था.
खान की झोपड़ियां गांव को कोटा में शामिल करने की मांग
भरत सिंह ने कुछ दिन पहले ही सीएम गहलोत को पत्र लिखकर बारां जिले के खान की झोपड़ियां गांव में हो रहे अवैध खनन पर अंकुश लगाने एवं खनन मंत्री और खनन मंत्री की अवैध खनन में संलिप्त होने की शिकायत दर्ज करवाई थी. उन्होंने खान की झोपड़ियां गांव को कोटा जिले में शामिल करने की पुरजोर मांग पिछले 1 साल से उठा रखी है. वहीं, उन्होंने कोटा को कोटा विकास प्राधिकरण बनाने को लेकर विरोध जताया है.