
Rajasthan News: राजस्थान के शिक्षा क्षेत्र के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है. केंद्र सरकार ने राज्य में स्कूल शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए करीब ₹3,900 करोड़ की राशि मंजूर की है. यह फैसला राज्य में शिक्षा को आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. इस खबर के बाद से राज्य सरकार और शिक्षा विभाग में खुशी का माहौल है.
सीएम शर्मा की पहल लाई रंग
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हाल ही में नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की थी. इस बैठक में उन्होंने राज्य के शिक्षा क्षेत्र के लिए केंद्र से अधिक सहायता देने का अनुरोध किया था. मुख्यमंत्री की इस पहल का ही नतीजा है कि केंद्र ने यह बड़ा फंड जारी किया है.
जल्द जारी होगी पहली किस्त
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, केंद्र सरकार ने समग्र शिक्षा अभियान के तहत ₹3,200 करोड़ देने पर सहमति जताई है, जिसकी पहली किस्त जल्द ही जारी की जाएगी. इसके अलावा, एक अतिरिक्त ₹697.88 करोड़ की राशि भी मंजूर की गई है, जिसका इस्तेमाल स्मार्ट क्लासरूम, ICT लैब और साइंस लैब बनाने में किया जाएगा.
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मामले से जुड़े कुछ बड़े सवाल:-
Q1: केंद्र सरकार ने राजस्थान को शिक्षा के लिए कितनी राशि दी है?
A: केंद्र सरकार ने राजस्थान को शिक्षा के लिए कुल ₹3,900 करोड़ की राशि दी है.
Q2: इस राशि का इस्तेमाल किन-किन कामों के लिए होगा?
A: इस राशि का इस्तेमाल स्मार्ट क्लासरूम, ICT लैब और साइंस लैब बनाने के लिए किया जाएगा.
Q3: क्या यह फंड 'समग्र शिक्षा अभियान' के तहत दिया गया है?
A: हां, ₹3,200 करोड़ की राशि समग्र शिक्षा अभियान के तहत दी गई है, जबकि ₹697.88 करोड़ अतिरिक्त फंड है.
Q4: इस फंडिंग से छात्रों को क्या फायदा होगा?
A: छात्रों को आधुनिक शिक्षण उपकरण, डिजिटल और वैज्ञानिक शिक्षा का बेहतर लाभ मिलेगा.
Q5: इस फैसले में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की क्या भूमिका रही?
A: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर जल्द इस फंड की मांग की थी.
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डिजिटल और वैज्ञानिक शिक्षा पर जोर
यह फंड विशेष रूप से सरकारी स्कूलों में डिजिटल और वैज्ञानिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए दिया गया है. कुल ₹697.88 करोड़ में से 3,834 स्मार्ट क्लासरूम, 2,657 सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) लैब और 2,256 विज्ञान प्रयोगशालाएं बनाई जाएंगी. इन सुविधाओं में बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री लैब शामिल होंगी, जिनका उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक सोच और नवाचार को बढ़ावा देना है. ये लैब छात्रों को प्रेक्टिकल नॉलेज हासिल करने में मदद करेंगी, जिससे वे केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहेंगे.
हर कोने में पहुंचेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
अधिकारियों का कहना है कि इस फंड से सरकारी स्कूलों में IT इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बेहतर साधन उपलब्ध होंगे. इसका सीधा फायदा राज्य के दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले छात्रों को मिलेगा, जिन्हें अब तक आधुनिक शिक्षा का लाभ नहीं मिल पाता था.
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