NDTV-CSDS Rajasthan Election Opinion Poll: विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान में सियासी जमीन तैयार करने के लिए भारतीय जनता पार्टी और प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने कई जिलों में यात्राएं निकाली थीं, जिसमें राज्य के दिग्गज नेताओं समेत केंद्र के राजनेताओं ने भी शिरकत की थी. दोनों ही पार्टियों को इन यात्राओं के जरिए चुनाव के वक्त जनता का साथ मिलने की उम्मीद है. लेकिन राजस्थान की जनता इन यात्राओं से कितनी प्रभावित हुई है? चुनाव में वोटर्स किस पार्टी के साथ हैं? ये जानने के लिए NDTV-CSDS ने राजस्थान में ओपिनियन पोल किया है, जिसमें जनता ने चौंका देने वाला जवाब दिया है.
24 अक्टूबर से 30 अक्टूबर के बीच राजस्थान की 30 विधानसभा सीटों पर किए गए इस सर्वे में हर वर्ग, जाति, समाज के कुल 3032 लोगों से बातचीत की गई है. इस दौरान लोगों से पूछा गया है कि क्या अशोक गहलोत/कांग्रेस की देव दर्शन यात्रा, या बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा आपके इलाके से गुजरी है? जनता के जवाब के आधार पर ही ये सर्वे रिपोर्ट तैयार की गई है, जिसमें आंकड़ों के आधार पर ये बताया गया है कि दोनों पार्टियों के लिए उनके द्वारा निकाली गईं यात्राएं कितनी फायदेमंद रही हैं. तो आइए जानते हैं जनता का जवाब...
क्या आपके इलाके से निकली यात्रा?
सर्वे के दौरान सिर्फ 20 प्रतिशत लोग ऐसे थे, जिन्होंने कहा कि हां, उनके इलाके से कांग्रेस की यात्रा निकली है. जबकि 'ना' बोलने वालों का आंकड़ा 53 प्रतिशत रहा है. इसी तरह सिर्फ 22 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिनका कहना है कि बीजेपी की यात्रा उनके इलाके से निकली है. जबकि 'ना' बोलने वालों का आंकड़ा 50 प्रतिशत रहा है.
कांग्रेस की यात्रा कितनी फायदेमंद?
सर्वे में ये भी खुलासा हुआ है कि जिन इलाकों से कांग्रेस की यात्रा निकली, वहां की 51 प्रतिशत जनता चुनाव में कांग्रेस को वोट देने का इरादा रखती है. जबकि 35 प्रतिशत जनता बीजेपी के साथ है. इसी तरह, जिस इलाकों से कांग्रेस की यात्रा नहीं निकली है, वहां की 38 प्रतिशत जनता ने कांग्रेस को चुनाव में वोट देने का इरादा बनाया हुआ है. जबकि 45 प्रतिशत जनता बीजेपी के साथ है.
बीजेपी की यात्रा कितनी फायदेमंद?
इसी क्रम में बीजेपी की यात्रा को लेकर भी जनता से सवाल किया गया है. सर्वे से पता चला है कि जिन इलाकों से बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा निकली है, वहां की 33 प्रतिशत जनता कांग्रेस को वोट देने का मन बना बैठी है. जबकि 49 प्रतिशत लोग बीजेपी के साथ जुड़ गए हैं. इसी तरह, जिन इलाकों से बीजेपी की संकल्प यात्रा नहीं निकली है, वहां की 43 प्रतिशत जनता ने कांग्रेस को मतदान करने का मन बनाया है. जबकि 42 प्रतिशत लोग भारतीय जनता पार्टी को चुनाव में वोट देने की बात कर रहे हैं.