Rajasthan Heat Wave: राजस्थान में गर्मी अपने चरम पर है. कई जिलों में पारा 50 डिग्री के करीब पहुंच गया है. हालात ये हैं कि राज्यभर में गर्मी और हीट स्ट्रोक से एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. ऐसे में गर्मी और हीट वेव से लोगों को राहत दिलाने के लिए सरकार भी एक्शन में नजर आ रहा है. सीएम भजनलाल शर्मा ने मुख्य सचिव से बात करके व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने के सख्त निर्देश दिए थे. साथ ही चिकित्सा विभाग को भी इमरजेंसी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया था.
12 अधिकारियों को नोटिस जारी
अब राज्य सरकार ने हीटवेव प्रबंधन को लेकर लगातार दिशा-निर्देश जारी करने के बावजूद चिकित्सा संस्थानों में उचित व्यवस्था न करने पर सख्त एक्शन लिया है. अस्पतालों में हीटवेव प्रबंधन में खामियों को लेकर मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध अस्पतालों के 12 अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया है. इन अधिकारियों को लापरवाही बरतने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 3 दिन में जवाब देने को कहा गया है.
3 दिन में देना होगा जवाब
चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने कहा कि भारत सरकार ने इस बार अत्यधिक गर्मी और हीट वेव रहने का अलर्ट जारी किया था. इसी क्रम में प्रदेशभर के चिकित्सा संस्थानों को आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इसके बाद भी कुछ चिकित्सा संस्थानों में हीटवेव प्रबंधन को लेकर कमियां पाई गईं. इन अस्पतालों में कूलर, पंखे, एसी, वाटर कूलर सहित अन्य व्यवस्थाएं सुचारू नहीं पाई जाने पर संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी कर 3 दिवस में जवाब मांगा गया है.
सवाई मानसिंह अस्पताल में हीटवेव से बचाव के उचित प्रबंध नहीं पाए जाने पर अतिरिक्त अधीक्षक एवं चिकित्सा प्रभारी अधिकारी विद्युत एवं यांत्रिकी डॉ. गिरीश चौहान, सहायक अभियंता सिविल मोनिका सैनी व अंजू माथुर, सहायक अभियंता इलेक्ट्रिकल सुनील कुमार मीणा तथा अस्पताल अभियंता रवि प्रकाश चौधरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. इसी तरह सीकर मेडिकल कॉलेज के एसके हॉस्पिटल, अजमेर मेडिकल कॉलेज के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल, पाली के बांगड अस्पताल, बीकानेर के जनाना अस्पताल, कोटा के एमबीएस अस्पताल, भरतपुर के जनाना अस्पताल एवं जयपुर के जनाना अस्पताल के अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.