
Rajasthan News: राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर शुरू हो गया है. जिसके कारण कई प्रदेश के कई जिलों में पानी की समस्या शुरू हो गई है. इसी बीच प्रदेश में एक ऐसा गांव भी सामने आया है. जहां पिछले 12 महीने से गांव में पानी नहीं आया है और ग्रामीण पानी के लिए तरस रहे हैं. वहीं गांव की एक महिला ने बताया कि '12 महीने से पानी नहीं आया... मेरे बच्चे, पशु सब पानी को तरसते हैं.'
कई महीनों से नहीं आया पानी
जानकारी के अनुसार, जालौर जिले के आहोर विधानसभा क्षेत्र के तोड़मी गांव के देवासी समुदाय के लोग पिछले एक साल से गंभीर जल संकट से जूझ रहे हैं. गांव में नर्मदा पाइपलाइन से पानी की आपूर्ति बंद होने के कारण लोगों को, खारा पानी, पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्या भी बढ़ रही हैं।
अवैध कनेक्शनों ने बढ़ाई मुसीबत
ग्रामीणों का कहना है कि गांव के कई हिस्सों में नर्मदा लाइन से अवैध कनेक्शन लगे होने के कारण पूरे गांव में पानी की सप्लाई ठप्प हो गई है. नर्मदा परियोजना के तहत अधिकतर गांवों में जलापूर्ति लड़खड़ा गई है, लेकिन तोड़मी की स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है. पानी की कमी के कारण महिलाओं को सिर पर मटके लादकर दूर-दराज के बेरों (कुओं) से पानी लाना पड़ रहा है. जिससे उनकी दिनचर्या और कठिन हो गई है.
अधिकारी नहीं कर रहे कोई कार्रवाई
पशुपालकों का कहना है कि कई महीनों से पानी नहीं आने के कारण उनके मवेशियों को पीने के लिए साफ पानी नहीं मिल पा रहा, जिससे पशुओं की सेहत भी प्रभावित हो रही है.
ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन और जल विभाग से कई बार शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. उनका आरोप है कि अवैध कनेक्शन हटाने और पाइपलाइन की मरम्मत के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किए जा रहे हैं.
ग्रामीणों की मांग
नर्मदा पाइपलाइन की मरम्मत करके तुरंत पानी की आपूर्ति बहाल की जाए
अवैध कनेक्शनों को हटाकर दोषियों पर कार्रवाई की जाए.
गांव में वैकल्पिक जल स्रोतों (जैसे हैंडपंप, कुएँ) की व्यवस्था की जाए.
इस संकट ने ग्रामीणों के रोजमर्रा के जीवन को बेहद मुश्किल बना दिया है.
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