Rajasthan News: राजस्थान के नीमकाथाना में कोटपूतली–किशनगढ़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के विरोध को लेकर मंगलवार को विशाल किसान महापंचायत आयोजित हुई. महापंचायत में किसान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए. इस दौरान किसानों ने एक सुर में कहा कि इस परियोजना से उनकी उपजाऊ जमीन प्रभावित हो रही है, इसलिए वे हर हाल में इसका विरोध करेंगे. किसानों ने साफ कहा कि जान दे देंगे, लेकिन जमीन नहीं देंगे.
किसान महासभा का सरकार पर हमला
किसान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि किसान लंबे समय से यमुना पानी की मांग कर रहे हैं, एमएसपी कानून की मांग कर रहे हैं. खराब फसलों का मुआवजा और फसल बीमा के क्लेम की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने उल्टा किसानों की जमीन पर ही कब्जा करने का रास्ता खोल दिया है.
15 फीट की ऊंचाई पर बनेगा एक्सप्रेस-वे
उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे में 6,500 बीघा से अधिक जमीन जाएगी और राजस्थान के ऐसे 11 कॉरिडोर हैं, जिनका हर जगह विरोध हो रहा है. उन्होंने कहा कि यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे 15 फ़ीट ऊंचाई पर बनेगा, जिससे किसानों के खेत दो हिस्सों में बंट जाएंगे और खेती करना मुश्किल हो जाएगा. जाट ने कहा कि जिन किसानों की जमीन जाएगी, वे भी दुखी होंगे और जिनकी नहीं जाएगी, वे भी इसका दुष्प्रभाव झेलेंगे.
महापंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि किसान संकल्प पत्र भरकर इस परियोजना के खिलाफ आंदोलन तेज करेंगे. किसानों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह एक्सप्रेस-वे उनके किसी काम का नहीं है, इसलिए वे जमीन नहीं देने का संकल्प दोहराते हैं.
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